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कार्यक्रम |
पूर्णिया (14 जुलाई 2025).
पूर्णिया पूर्व प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े के अंतर्गत स्वास्थ्य मेले का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. प्रमोद कुमार कनौजिया ने की, जिसमें जिला स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों, चिकित्सकों, और डेवलपमेंट पार्टनर जैसे पीएसआई इंडिया, यूनिसेफ, डब्लूएचओ, और पिरामल स्वास्थ्य के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं
स्वास्थ्य मेले में परिवार नियोजन और काउंसलिंग सुविधाओं पर विशेष जोर दिया गया। एक समर्पित सूचना केंद्र और कैनोपी स्थापित की गई, जहां लोगों को गर्भनिरोधक विकल्पों की जानकारी दी गई। विश्व जनसंख्या दिवस 2025 के थीम “स्वस्थ गर्भधारण के लिए सही समय और अंतराल” और नारे “माँ बनने की उम्र वही, जब तन और मन की तैयारी सही” के तहत जागरूकता फैलाई गई।
जागरूकता और भागीदारी
कार्यक्रम की शुरुआत डीसीएम संजय कुमार दिनकर ने की, जिन्होंने जनसंख्या स्थिरता के महत्व पर प्रकाश डाला। सिविल सर्जन डॉ. कनौजिया ने जनसंख्या वृद्धि के संसाधनों पर प्रभाव और ग्रामीण चिकित्सकों की भूमिका पर जोर दिया। पीएसआई इंडिया ने पुरुष और महिला नसबंदी के लाभों और प्रोत्साहनों की जानकारी दी, साथ ही ग्रामीण चिकित्सकों से सहयोग का अनुरोध किया।
डॉ. शरद कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों पर स्थायी और अस्थायी परिवार नियोजन सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने दंपत्तियों से आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम के माध्यम से इन सुविधाओं का लाभ उठाने की अपील की। यूनिसेफ के शिव शेखर ने बिहार में उच्च प्रजनन दर (टीएफआर) के कारण जनसंख्या विस्फोट की समस्या को नियंत्रित करने के लिए परिवार नियोजन को अपनाने पर बल दिया। डॉ. नीलू भारती ने गर्भनिरोधक विधियों के प्रकार और उनके महत्व को समझाया।
स्वास्थ्य मेले के अंत में हस्ताक्षर अभियान और शपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया। सिविल सर्जन ने अभियान का शुभारंभ किया, जिसमें समुदाय के सदस्यों, स्वास्थ्य कर्मियों, और डेवलपमेंट पार्टनर ने परिवार नियोजन विधियों को अपनाने की शपथ ली। यह स्वास्थ्य मेला जनसंख्या स्थिरीकरण और परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
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