सुपौल। विश्व युवा कौशल दिवस 2025 के अवसर पर मंगलवार को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई), सुपौल द्वारा एक जागरूकता प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। यह प्रभात फेरी संस्थान परिसर से निकलकर विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए पुनः संस्थान परिसर में समाप्त हुई।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को कौशल विकास, तकनीकी प्रशिक्षण और स्वरोजगार के अवसरों के प्रति जागरूक करना था। प्रभात फेरी के समापन के अवसर पर प्रशिक्षुओं ने संस्थान परिसर में ‘आईटीआई’ शब्द की मानव श्रृंखला बनाकर एकजुटता, कौशल और रचनात्मकता का परिचय दिया, जो सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बनी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्थान के प्राचार्य सरोज कुमार सिंह ने कहा कि कौशल ही आज के युवाओं की सबसे बड़ी पूंजी है। समय के अनुसार दक्षता अर्जित कर ही युवा आत्मनिर्भर बन सकते हैं। उन्होंने युवाओं से तकनीकी शिक्षा को गंभीरता से लेने और जीवन निर्माण में उसका उपयोग करने का आह्वान किया।
प्रभात फेरी में आईटीआई के प्रशिक्षु उत्साह और जोश के साथ शामिल हुए। उनके हाथों में “कौशल है तो भविष्य है”, “तकनीक से तरक्की” जैसे प्रेरणादायक नारे लिखे बैनर और पोस्टर थे, जो लोगों को संदेश दे रहे थे।
इस आयोजन में अरुण रॉय, विजय कुमार, अनुदेशक प्रवीण, सुमन, सोलन, मुकेश, नेहा, शिल्पा, हिमांशु, उज्ज्वल, पारस, गौतम, विपिन, जयनारायण, आशुतोष, आलोक, ब्रजेश, मुरारी, प्रशांत, रंजीत, संजीव, अनिल, विनोद सहित सभी प्रशिक्षक एवं कर्मचारी सक्रिय रूप से शामिल रहे।
इस अवसर ने न केवल युवाओं को कौशल के प्रति प्रेरित किया, बल्कि जिले में तकनीकी शिक्षा के महत्व को भी उजागर किया। कार्यक्रम का समापन उत्साहपूर्ण वातावरण और प्रेरणास्पद संदेशों के साथ हुआ।
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