सुपौल। मिशन परिवार विकास अभियान के अंतर्गत परिवार नियोजन जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मेला का आयोजन सिविल सर्जन डॉ. ललन ठाकुर की अध्यक्षता में सदर अस्पताल सुपौल में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर संयुक्त रूप से गैर संचारी रोग पदाधिकारी सह प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. ममता कुमारी, उपाधीक्षक डॉ. नूतन वर्मा, जिला योजना समन्वयक बालकृष्ण चौधरी, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी शशि भूषण प्रसाद, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक अभिनव आनंद, अस्पताल प्रबंधक उजाला सिन्हा, परिवार कल्याण परामर्शी, पिरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि चंदन कुमार एवं UNICEF की अनुपमा चौधरी ने किया।
मेले में परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी उपायों पर केंद्रित विशेष स्टॉल लगाए गए, जहाँ आमजन को बंध्याकरण, नसबंदी, कॉन्डोम, अंतरा इंजेक्शन, छाया गोलियाँ, इमरजेंसी पिल जैसी सुविधाओं और उनके लाभों की जानकारी दी गई। जिला के कुल प्रजनन दर को घटाने और परिवार नियोजन लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में यह एक सार्थक पहल मानी जा रही है।
ज्ञात हो कि यह पखवाड़ा 11 जुलाई से 31 जुलाई तक जिले के सभी प्रखंडों में चलाया जाएगा। इस दौरान व्यापक प्रचार-प्रसार कर आमजन को छोटा परिवार रखने के लाभों से अवगत कराया जाएगा।
कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि पुरुष नसबंदी पर लाभार्थी को 3000 एवं उत्प्रेरक को 400 की क्षतिपूर्ति दी जाती है। वहीं महिला बंध्याकरण के अंतर्गत गर्भपात उपरांत बंध्याकरण पर लाभार्थी को 2000 और उत्प्रेरक को 300, जबकि प्रसव पश्चात बंध्याकरण पर 3000 लाभार्थी को और 400 उत्प्रेरक को प्रदान किया जाता है।
ANM स्कूल की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक और प्रश्नोत्तरी के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। इस पखवाड़ा के दौरान सहयोगी संस्थाओं की भागीदारी से ग्राम चौपालों का आयोजन भी सुनिश्चित किया गया है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ. ममता कुमारी, डॉ. नूतन वर्मा, बालकृष्ण चौधरी, शशि भूषण प्रसाद, अभिषेक कुमार, अभिनव आनंद, उजाला सिन्हा, चंदन कुमार, अनुपमा चौधरी, चंदन कुमार (ग्रेड-ए नर्स), राजेश कुमार, मुनेश्वर झा, सत्यम कुमार, बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ता एवं सदर अस्पताल सुपौल के कर्मी उपस्थित थे।
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