सुपौल। बसंतपुर प्रखंड क्षेत्र के रतनपुर पंचायत अंतर्गत प्रोजेक्ट ललित नारायण उच्च विद्यालय में गुरुवार को एक दर्दनाक हादसे में विद्यालय की परिचारिका 50 वर्षीय कुमारी निर्मला देवी की मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ जब वह शौचालय गई थीं और अचानक शौचालय की जर्जर दीवार उनके ऊपर गिर गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोपहर करीब 3 बजे निर्मला देवी शौचालय में थीं, तभी वह ढह गया और वे मलबे में दब गईं। शोर सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों और विद्यालय कर्मियों ने मलबा हटाकर उन्हें बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
मृतका की पहचान डुमरी वार्ड-4 (बायसी पंचायत) निवासी रामचंद्र मेहता की पत्नी के रूप में हुई है। घटना के बाद पूरे गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं ग्रामीणों ने इस हादसे के लिए विद्यालय प्रबंधन और शिक्षा विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि शौचालय की स्थिति पहले से ही बेहद खराब थी, और कई बार इसकी मरम्मत की मांग की गई थी। इसके बावजूद कोई सुधार कार्य नहीं कराया गया। वहीं कुछ महीने पहले शौचालय के ठीक बगल में गड्ढा खोदे जाने से उसकी नींव और भी कमजोर हो गई थी, जिससे यह हादसा घटित हुआ।
हादसे के तुरंत बाद विद्यालय के शिक्षक विकास कुमार और नाइट गार्ड रामु मंडल ने निर्मला देवी को बचाने की कोशिश की, जिसमें दोनों घायल हो गए। हालांकि काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों और स्कूल स्टाफ की मदद से शव को बाहर निकाला गया, लेकिन निर्मला देवी की जान नहीं बच सकी।
घटना की जानकारी मिलते ही रतनपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सुपौल सदर अस्पताल भेज दिया। अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
ग्रामीणों ने निष्पक्ष जांच, दोषियों पर कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। इस हादसे ने स्कूलों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी और सरकारी ढांचे की खामियों को एक बार फिर उजागर कर दिया है।
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