सुपौल। निर्वाचक सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 की प्रगति की समीक्षा हेतु शनिवार को समाहरणालय स्थित लहटन चौधरी सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता निर्वाचक सूची प्रेक्षक-सह-आयुक्त, कोशी प्रमंडल, सहरसा राजेश कुमार ने की। इस अवसर पर सांसद, विधायक, मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, बीएलओ पर्यवेक्षक तथा विभिन्न विधान सभा क्षेत्रों के चयनित मतदान केन्द्र स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक की शुरुआत में जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी सावन कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। इसके बाद निर्वाचक सूची पुनरीक्षण की प्रगति पर विस्तार से चर्चा हुई। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने बताया कि सुपौल जिला के पाँचों विधान सभा क्षेत्रों में गहन पुनरीक्षण कार्य भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित हो रहा है। जिनका नाम प्रारूप सूची से छूट गया है, उनके नाम बीएलओ द्वारा वैध दस्तावेज प्राप्त कर जोड़े जा रहे हैं। इसके लिए प्रखंड एवं नगर निकाय कार्यालयों में विशेष कैम्प भी लगाए गए हैं, जहाँ प्रपत्र 06, 07 और 08 प्राप्त किए जा रहे हैं।
बैठक में विशेष रूप से महादलित एवं अनुसूचित जाति/जनजाति टोलों की स्थिति पर भी चर्चा की गई। जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 1739 महादलित टोले हैं। इनमें 18 वर्ष से ऊपर के 2,35,055 निर्वाचक हैं, जिनमें से 2,32,115 के नाम सूची में अंकित हैं। शेष 1,962 निर्वाचकों को प्रपत्र 06 भरकर अंतिम सूची में जोड़ा जा रहा है।
निर्वाचक सूची प्रेक्षक ने विभिन्न विधान सभा क्षेत्रों के चयनित मतदान केन्द्रों के गणना प्रपत्रों और दस्तावेजों का बारीकी से अवलोकन किया। निर्मली, पिपरा, सुपौल, त्रिवेणीगंज और छातापुर विधान सभा क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों के प्रपत्रों की जांच कर कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया गया।
अंत में प्रेक्षक-सह-आयुक्त राजेश कुमार ने निर्देश दिया कि छूटे हुए सभी योग्य मतदाताओं का नाम अंतिम सूची में शामिल करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। साथ ही निर्वाचक सूची में अंकित धुंधले फोटो को बदलकर साफ एवं स्पष्ट फोटो अपलोड करने पर बल दिया गया।
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