सुपौल। आम आदमी पार्टी द्वारा बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी और पलायन जैसे ज्वलंत मुद्दों को लेकर चलाए जा रहे 'केजरीवाल जनसम्पर्क यात्रा' अभियान के तहत शनिवार को सुपौल में एक प्रभावशाली पैदल मार्च का आयोजन किया गया। यह मार्च ‘स्कूल बचाओ आंदोलन’ के अंतर्गत निकाला गया, जिसका नेतृत्व आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश यादव ने किया।
मार्च की शुरुआत सुपौल स्थित पब्लिक लाइब्रेरी में आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक से हुई। बैठक में संगठन को मजबूत करने और आगामी चुनावी रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई। इसके बाद सैकड़ों कार्यकर्ता और पार्टी नेता सुपौल जिला मुख्यालय के सड़कों पर उतरे और विभिन्न मार्गों से होते हुए जनसम्पर्क यात्रा निकाली।
पैदल मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं ने राज्य में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि आज भी कई सरकारी स्कूल भवनविहीन हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कार्यकर्ताओं ने दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल की सराहना करते हुए दावा किया कि बिहार में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर सरकारी स्कूलों को मॉडल स्कूल में तब्दील किया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष राकेश यादव ने कहा कि दिल्ली में जब आम आदमी पार्टी की सरकार बनी, तब शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई। आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों की मिसाल न सिर्फ देश बल्कि विदेशों में दी जाती है। बिहार में भी हमारी सरकार बनी तो सबसे पहले शिक्षा और स्वास्थ्य के ढांचे को मजबूत किया जाएगा।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी और जनता के असली मुद्दों को लेकर मजबूती से चुनाव लड़ेगी। इस मौके पर पार्टी के जिला और प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी, कार्यकर्ता, समाजसेवी और स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
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