सुपौल। BSS कॉलेज के प्रांगण में बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ जिला इकाई-सुपौल की एक आपात बैठक आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सरकार के टालमटोल रवैये और बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन (BPSM) की निष्क्रियता के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन चलाया जाएगा।
बैठक में पदाधिकारियों और सदस्यों ने कहा कि सरकार की नीतियाँ कार्यपालक सहायकों के हित में नहीं हैं और अब धैर्य की सीमा समाप्त हो चुकी है। BPSM स्तर पर लगातार टलती बैठकों और निर्णय में देरी से कर्मचारियों में गहरा असंतोष और आक्रोश व्याप्त है।
संघ ने चेतावनी दी कि लंबित मांगों पर ठोस पहल नहीं होने तक संघर्ष निरंतर जारी रहेगा। आंदोलन कार्यक्रम के तहत पहले चरण में काला बिल्ला/पट्टी लगाकर प्रतिवाद, उसके बाद जिला मुख्यालयों पर मशाल जुलूस, पटना में एकदिवसीय धरना और क्रमिक अवकाश/कार्य बहिष्कार का प्रस्ताव पारित किया गया। यदि निर्धारित अवधि तक समाधान नहीं हुआ तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारी की जाएगी।
प्रमुख मांगों में सेवा का स्थायीकरण और राज्यकर्मी का दर्जा, वेतनमान एवं सेवा शर्तों का निर्धारण, पूर्व आंदोलनों की अवधि का समायोजन, EPF और चिकित्सा लाभ, अनुकंपा नियुक्ति एवं आकस्मिक निधन पर उपादान शामिल है।
संघ के जिला अध्यक्ष संगेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष रोहन कुमार, सचिव पुष्कर राज, कोषाध्यक्ष राजा कुमार मिश्रा एवं मीडिया प्रभारी राजदीप यादव ने संयुक्त रूप से कहा कि कार्यपालक सहायक राज्य की विभिन्न योजनाओं और कार्यालयीय कार्यों की रीढ़ हैं। इसलिए उनकी न्यायोचित मांगों पर शीघ्र ठोस निर्णय आवश्यक है।
पदाधिकारियों ने कहा कि सकारात्मक संवाद और समयबद्ध समाधान ही संघर्ष टालने का एकमात्र रास्ता है, अन्यथा प्रदेश स्तर पर तय आंदोलन में सुपौल जिले के कार्यपालक सहायक भी पूरे मनोयोग से शामिल होंगे।
बैठक का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ और सभी सदस्यों ने एकजुट होकर आगामी कार्यक्रमों को सफल बनाने का संकल्प लिया।
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