सुपौल। छातापुर प्रखंड के बलुआ बाजार स्थित आदर्श प्राथमिक विद्यालय, केवला में बुधवार को भारत के प्रथम राष्ट्रपति एवं भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती श्रद्धा, गौरव और उत्साह के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत शिक्षकों द्वारा डॉ. राजेंद्र प्रसाद के तैलचित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षक नरेश कुमार निराला ने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जीवन सादगी, कर्तव्यनिष्ठा, सत्यनिष्ठा और राष्ट्रप्रेम का प्रेरक संदेश देता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी राजेंद्र बाबू के जीवन से प्रेरणा लेकर शिक्षा और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझें। उन्होंने यह भी कहा कि डॉ. प्रसाद भारतीय राजनीति के ऐसे उज्ज्वल नक्षत्र थे जिनका प्रकाश आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा।
शिक्षक अमित ने अपने संबोधन में कहा कि राजेंद्र बाबू प्रारंभ से ही अत्यंत मेधावी छात्र थे। उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से वकालत की पढ़ाई प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की, और कहा जाता है कि उनके उत्तर देखकर परीक्षक भी आश्चर्यचकित रह जाते थे।
प्रधान शिक्षक मोहम्मद रूहुल्लाह ने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जीवन गांव, किसान और आम जनता से गहराई से जुड़ा था। सत्य, अहिंसा और नैतिक मूल्यों पर आधारित जीवन उनका आधार था। देश के प्रति उनका समर्पण ही उनकी सबसे बड़ी शक्ति थी।
इस दौरान शिक्षकों ने बच्चों को डॉ. प्रसाद के बाल्यकाल, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका तथा राष्ट्रपति पद पर उनके योगदान से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी भी दी। कार्यक्रम में शिक्षिका फूल कुमारी, नीतू कुमारी, मोहम्मद अरबाज आलम, मोनिका कुमारी, शिवम कुमार सहित विद्यालय के अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं