सुपौल। वीरपुर–भीमनगर मुख्य पथ स्थित खोनटाहा के कोल्ड स्टोर के समीप सोमवार की शाम करीब 5 बजे एक अज्ञात वाहन ने नीलगाय को जोरदार ठोकर मार दी। हादसे में नीलगाय गंभीर रूप से घायल होकर सड़क किनारे गिर पड़ी।
स्थानीय राहगीरों ने तुरंत वीरपुर वन प्रमंडल कार्यालय को सूचना दी। सूचना मिलने पर कार्यालय की ओर से एक कर्मी स्थल पर पहुँचा, लेकिन उसके पास किसी भी प्रकार का संसाधन या प्राथमिक उपचार का साधन नहीं था। मौके पर मौजूद लोगों ने आरोप लगाया कि कर्मी सिर्फ घायल नीलगाय को दूर से देखकर निगरानी करता रहा। पूछे जाने पर कर्मी ने स्वीकार किया कि उनके पास कोई आवश्यक संसाधन उपलब्ध नहीं है।
इधर घटना की जानकारी फैलते ही मौके पर राहगीरों और ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। अंधेरा होने की वजह से लोग मोबाइल की रोशनी में फोटो लेते रहे, जिससे घायल नीलगाय और अधिक सहमी हुई।
स्थानीय लोगों ने घायल नीलगाय को सुरक्षित स्थान पर ले जाने और इलाज उपलब्ध कराने के लिए प्रखंड पशुपालन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों से भी संपर्क किया, लेकिन न तो कोई कर्मचारी मौके पर पहुँचा और न ही विभागीय अधिकारी।
पूछने पर पशु चिकित्सक डॉ. रविन्द्र नाथ टैगोर ने कहा कि शाम 5 बजे के बाद सभी कर्मी अपने-अपने स्थान से चले जाते हैं, जिससे तत्काल उपचार उपलब्ध कराना मुश्किल हो जाता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि प्रयास किया जाएगा।
इस बीच करीब एक घंटे तक नीलगाय सड़क किनारे तड़पती रही, लेकिन वन विभाग और पशुपालन विभाग की लापरवाही के कारण उसका उपचार तत्काल संभव नहीं हो सका। घटना ने विभागीय व्यवस्था और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

कोई टिप्पणी नहीं