सुपौल। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर सोमवार को अनूपलाल यादव महाविद्यालय, त्रिवेणीगंज में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) की प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय इकाइयों तथा रेड रिबन क्लब के संयुक्त तत्वावधान में संगोष्ठी एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. हेमंत कुमार ने की, जबकि संचालन एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी एवं जिला नोडल पदाधिकारी प्रो. विद्यानंद यादव ने किया।
कार्यक्रम के तहत चयनित ग्राम नगर परिषद लतौना उत्तर वार्ड 20, मुसहरी टोला, दलित बस्ती में भी जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसमें एनएसएस स्वयंसेवकों ने लोगों को एड्स से बचाव एवं एचआईवी संक्रमण से संबंधित भ्रांतियों से अवगत कराया। प्राचार्य डॉ. हेमंत कुमार ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की उन्नति उसके नागरिकों के स्वास्थ्य पर निर्भर करती है। एचआईवी-एड्स एक घातक संक्रमण है, जो मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को नष्ट कर देता है। इसके प्रति जागरूकता ही इसका सबसे बड़ा बचाव है।
उन्होंने कहा कि विश्व एड्स दिवस मनाने का उद्देश्य एचआईवी पीड़ितों के प्रति सहानुभूति बढ़ाना, समाज में जागरूकता फैलाना और इस बीमारी से जुड़े भ्रमों को दूर करना है। एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. विद्यानंद यादव ने बताया कि एड्स (AIDS) को चिकित्सकीय भाषा में ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस (HIV) कहा जाता है। यह वायरस श्वेत रक्त कणिकाओं पर हमला कर प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है।
उन्होंने बताया कि बुखार, वजन कम होना, लगातार खांसी, सांस फूलना, थकान, मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर लाल दाग, ग्रंथियों का आकार बढ़ना, बार-बार दस्त आना इसके प्रमुख लक्षण हैं। उन्होंने कहा कि यह वायरस मुख्य रूप से रक्त, यौन तरल पदार्थ, गहरे घाव और स्तन के दूध के माध्यम से फैलता है। चुंबन, हाथ मिलाने, खांसने, छींकने या टॉयलेट उपयोग से यह बीमारी नहीं फैलती।
प्रो. यादव ने कहा कि एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के प्रति भेदभाव बिल्कुल नहीं होना चाहिए। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (NACO) के दिशा-निर्देश पर कॉलेजों में रेड रिबन क्लब गठित कर युवाओं को जागरूक किया जा रहा है। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रो. अरुण कुमार, डॉ. सुदीप्त नारायण यादव, प्रो. देवनारायण यादव, डॉ. अरविंद कुमार, प्रो. विनोद कुमार विमल, डॉ. सदानंद यादव, प्रो. कुलानंद यादव, प्रो. राजकुमार यादव सहित कई शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मी उपस्थित रहे।
एनएसएस स्वयंसेवकों में प्रियांशु कुमारी, आस्था कुमारी, सिमरन गोयल, दिव्या कुमारी, नीलू कुमारी, बबली कुमारी, शबनम कुमारी, मिनटी कुमारी, प्रीति कुमारी, रंजीत कुमार, अभिनव कुमार, सौरभ कुमार, आरती कुमारी, ज्ञानमनी कुमारी, मुस्कान प्रवीण, नेहा कुमारी, अनुष्का कुमारी, मनीषा कुमारी, साक्षी कुमारी समेत कई स्वयंसेवक शामिल थे।

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