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| पुलिस गिरफ्त में आरोपी पिता |
किशनपुर (सुपौल)। किशनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत फुलवरिया गांव में एक कलयुगी पिता ने अपने 7 वर्षीय पुत्र दिलखुश कुमार को कोसी नदी में जिंदा फेंक कर मानवता को ही नहीं बल्कि मानव जाति को भी कलंकित कर दिया है। बता दे कि उक्त घटना किशनपुर थानाक्षेत्र के फुलवरिया गांव की है जहां फुलवरिया गांव निवासी गणेश यादव ने अपने बेटे को आधार कार्ड बनाने के लिए घर से निकला था और शनिवार की रात उसे कोसी महासेतु के निकट कोशी नदी में जिंदा फेंक कर वापस घर लौट गया। हालांकि पुलिस ने बालक की माता मुन्नी देवी के आवेदन पर केस दर्ज करते हुए हत्यारे पिता गणेश यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
वहीं दूसरी ओर पुलिस ने एनडीआरएफ की मदद से कोसी नदी में शव की खोजबीन की और आसपास के नाविक व ग्रामीणों को इसकी सूचना दी। जहां मंगलवार की दोपहर दिघिया गांव स्थित कोसी नदी के कछार में एक बांस से बगान से बालक का शव बरामद किया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में करते हुए पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल भेज दिया है।
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क्या है घटना का कारण
बालक की माता मुन्नी देवी के अनुसार 10 वर्ष पूर्व उनकी शादी गणेश यादव से हुई थी। इससे पूर्व भी गणेश की शादी कहीं और हुई थी। उस समय गणेश यादव के गलत आचरण को देख पूर्व की पत्नी इसे छोड़कर चली गई। जिसके बाद गणेश यादव से मुन्नी की शादी हुई जिसमें चार बच्चे है । सबसे बड़ी पुत्री नंदनी कुमारी 9 वर्ष, दिलखुश कुमार 7 वर्ष, अंशु कुमारी 5 वर्ष एवं पिंकी कुमारी 3 वर्ष की है। पूर्व से पति द्वारा पुत्र दिलखुश के संदर्भ में यह कहा जा रहा था कि यह मेरा बच्चा नहीं है। तुम नाजायज बच्चा पैदा की है। उसे हम स्वीकार नहीं करेगें। यही शंका बच्चे की हत्या का कारण बना। गणेश यादव ने बच्चे को आधार कार्ड बनाने के बहाने घर से ले जाते हुए कोसी नदी में फेंक दिया।
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