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बाल सभा में बोली छात्राएं-लड़कों को मिलती है घूमने की आजादी, लड़कियां थोड़ी देर के लिए भी नजर से दूर होती है तो उनसे लगा दी जाती है प्रश्नों की झड़ी

सुपौल। प्रतापगंज प्रखंड क्षेत्र के भवानीपुर उत्तर पंचायत भवन परिसर में गुरुवार को वर्ग 08 से वर्ग 12 तक की कुल 25 चयनित छात्रा के साथ बाल सभा कार्यक्रम आयोजित गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंचायत के मुखिया प्रताप विराजी ने की। कार्यक्रम में बीपीआरओ सह पर्यवेक्षकीय पदाधिकारी शिल्पा कुमारी, महिला पर्यवेक्षिका नीलम कुमारी, पंचायत सचिव छेदी शर्मा, वार्ड सदस्य कृष्णदेव राम, मो कलाम तथा उच्च माध्यमिक विद्यालय भवानीपुर उत्तर के सहायक शिक्षक अजय कुमार एवं सहायक शिक्षिका प्रिया पल्लवी मौजूद थी। कार्यक्रम की शुरुआत में बीपीआरओ ने लिंग भेद, भ्रूण हत्या, बाल विवाह, दहेज प्रथा से संबंधित अनेक प्रश्न सभी प्रतिभागियों से पूछे। प्रतिभागियों में से अधिकांश लड़कियों ने कहा कि परिवार व समाज में लड़कों एवं लड़कियों में भेद किया जाता है। लड़कों को जहां घूमने की आजादी मिलती है, वहां लड़कियां थोड़ी देर के लिए नजर से दूर होते ही परिवार के बुजुर्गों द्वारा अनेक प्रश्नों की झड़ी लगा दी जाती है। इसी प्रकार ज्यादा लड़कियां पैदा होने पर उन्हें सरकारी स्कूलों में पढ़ाया जाता है तो लड़कों को निजी विद्यालय में अच्छी शिक्षा दी जाती है।


भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, नशा का शिकार, घरेलू हिंसा का शिकार बेटियों को ही झेलना पड़ता है। लड़कियों से जवाब सुनने के बाद लड़कियों को मुखिया पद मानकर इस समस्या से कैसे निदान पाया जाएगा, बारी-बारी से पूछा गया तो कुछ लड़कियों ने बेवाक उत्तर देते हुए बताया कि हर विभाग में उम्र एवं शिक्षा जरूरी है तो राजनीतिक में आए लोगों के लिए शिक्षा क्यों नहीं जरूरी है। जिसका दुष्परिणाम उनके कार्यकाल पर पड़ता है। अधिकांश लड़कियां इसी बात से सहमत थी। समाज में जो कुरीतियां है यदि पढ़े लिखे जनप्रतिनिधि बनेगे तो निश्चित रूप से बेटियों को ही ज्यादा बल मिलेगा। चौक-चौराहा व स्कूल जाते छिंटाकस्सी होती है, वह नहीं होगी। बीपीआरओ ने अपने पर्यवेक्षण में सारी बातें नोट कर जीपीडीपी में शामिल करने की बात कही। सभी छात्राओं को कॉपी-कलम देकर प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम में उच्च माध्यमिक विद्यालय भवानीपुर उत्तर की छात्रा भावना कुमारी, श्रुति कुमारी, मुस्कान कुमारी, मानसी कुमारी, निधि कुमारी, नेहा कुमारी, मुस्कान कुमारी, स्वाती राज, आरती कुमारी, साक्षी कुमारी, संस्कृति कुमारी, सजना खातून, अंजली कुमारी, जुली कुमारी, रेहाना खातून, शारदा कुमारी, लवली कुमारी, संजना कुमारी ,संजू कुमारी, प्रियम कुमारी, शबाना खातून, नुसरत बानो, रचना कुमारी, तबस्सुम परवीन आदि शामिल हुई। धन्यवाद ज्ञापन महिला पर्यवेक्षक नीलम कुमारी ने की और कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की।


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