सुपौल। एसएसबी 45वीं बटालियन के शैलेशपुर बीओपी के जांच दल ने सीमा पर एक नाबालिग को तस्करी के उद्देश्य से ले जाते हुए पकड़ा। नाबालिग क़ो तस्कर से मुक्त कराया। जानकारी देते हुए 45वीं बटालियन के कार्यवाहक कमांडेंट रुपेश शर्मा ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र में मानव तस्करी की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर एसएसबी के क्षेत्रक मुख्यालय पूर्णिया की मानव तस्कर रोधी इकाई को 45वीं वाहिनी में स्थापित किया गया है। बटालियन की मानव तस्करी रोधी इकाई के सदस्य उप-निरीक्षक मधु, अन्य तीन कार्मिक तथा शैलेशपुर बीओपी के उपनिरीक्षक सरस्वती कुमार तथा दो महिला कार्मिकों का विशेष जांच दल शैलेशपुर के पारंपरिक मार्ग बॉर्डर पीलर संख्या 206/1 पर ड्यूटी में तैनात था। ड्यूटी के क्रम में दल ने देखा कि एक नाबालिग जिसमें एक लड़की तथा एक लड़का भारतीय प्रभाग से नेपाल प्रभाग की तरफ जाने की कोशिश कर रहे है। संदेह के आधार पर जांच दल ने दोनों को रोककर पूछताछ की एवं कागजों की जांच की गई। पूछताछ एवं जांच के दौरान स्पष्ट हुआ कि लड़की जो नाबालिग थी उसे भारत से नेपाल की तरफ बहला फुसला कर ले जाया जा रहा था। आवश्यक कागजी कार्यवाही के बाद पकड़े गए लड़के एवं नाबालिग लड़की को भीमनगर ओपी पुलिस क़ो सौंप दिया गया। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान बलुआ थानाक्षेत्र के 20 वर्षीय अखिलेश कुमार पासवान तथा नाबालिग लड़की 17 वर्षीय सुपौल जिले की बताई जा रही है।
मनाव तस्करी के उद्देश्य से ले जा रहे नाबालिक को एसएसबी ने पकड़ा
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