सुपौल। बिहार शिक्षक एकता मंच के बैनर तले प्रखंड इकाई सरायगढ़-भपटियाही के सभी कोटि के नियोजित शिक्षकों द्वारा प्रखंड कार्यालय के सामने सोमवार की शाम विशिष्ट शिक्षक नियमावली की प्रति जलाकर नियमावली में संशोधन की मांग करते हुए अपना विरोध प्रकट किया है। इस मौके पर बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष देवनारायण रंजन ने नियमावली की प्रति जलाते हुए कहा कि सरकार हमारी उचित मांगों को करने के बजाय हमें और प्रताड़ित करने, सेवा मुक्त करने की बात करते हैं जो मानवीय मूल्य के विपरीत और संविधान का उल्लंघन है इस मौके पर संघ सचिव सतेंद्र यादव ने कहा की नियमावली में कई त्रुटियां है जिसका निवारण करना शिक्षा विभाग का दायित्व है। शिक्षक संघ के कोषाध्यक्ष अशोक मेहता ने कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षक शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि विशिष्ट शिक्षक नियमावली शिक्षक विरोधी है इसमें पूर्व में कैबिनेट द्वारा पारित था कि जो परीक्षा में अनुत्तीर्ण रहते हैं, अथवा सम्मिलित नहीं होते हैं, वह स्थानीय निकाय में बने रहेंगे। बिना केबिनेट निर्णय के फिर सेवा मुक्ति के लिए सरकार को प्रस्ताव देना कहां का न्याय है। शिक्षा विभाग में लोकतांत्रिक मूल्यों का गला घोंटा जा रहा है। मौके पर संघ के जिला अध्यक्ष पंकज कुमार जायसवाल ने उपस्थित शिक्षकों को आश्वस्त किया कि कोई भी नियोजित शिक्षक साक्षमता के लिए आवेदन न करें। संघ अस्वस्थ करती है कि किसी भी शिक्षक, शिक्षिकाओं की नौकरी नहीं जाएगी। चाहे संघर्ष कितना भी बड़ा करना पड़े। संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर विद्यानंद राम, उमेश साह, गणेश मंडल, अनंत रंजन, दामोदर मालाकार, राजकुमार, पवन पांडे, विनोद कुमार, ज्योति कुमारी, रामेश्वर शर्मा, महेंद्र सिंह, कुमारी सीमा कुमारी, सीमा कुमारी, पूनम, शारदा, गीता, रेनू सहित दर्जनों शिक्षक शिक्षिकाएं शामिल थे।
सरायगढ़-भपटियाही : विशिष्ट शिक्षक नियमावली की प्रति जलाकर शिक्षकों ने की नियमावली में संशोधन की मांग
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