सुपौल। किशनपुर प्रखंड क्षेत्र के अंदौली पंचायत के वार्ड नंबर 01 के महादलित मतदाताओं ने वोट बहिष्कार को लेकर सोमवार को सीओ कार्यालय के समक्ष विरोध-प्रदर्शन किया। इस मौके पर महादलित मतदाताओं ने सीओ को दिए आवेदन में कहा है कि अंदौली-बैजनाथपुर रेलवे हाल्ट के सटे दक्षिणी भाग रेलवे के किनारे हमारे पूर्वज लगभग 60 से 70 वर्षों से झोपड़ी बनाकर गुजर बसर करते आ रहे हैं। टोला में लगभग 40 परिवार का अभी तक किसी भी सरकार के द्वारा बासगीत पर्चा नहीं दिया गया है और ना ही किसी महादलित परिवार के पास अपना एक धुर जमीन है। कहा कि वे लोग किसी तरह रेलवे जमीन में घर बनाकर जीवन यापन कर रहे हैं। जबकि टोला के बगल में ही काफी सरकारी जमीन उपलब्ध हैं। जहां उस सरकारी जमीन को गांव के लोग अवैध रूप से दखल कर जोत आबादी कर रखा है। कई बार उस जमीन में घर बनाने के लिए अंचल कार्यालय का चक्कर लगाया, लेकिन उनलोगों को बासगीत पर्चा नहीं दिया जा रहा है।
कहा कि चुनाव के समय में कई नेताओं के द्वारा आश्वासन दिया जाता है कि जीतने के बाद सभी को बासगीत पर्चा के साथ-साथ सभी सरकारी सुविधा मुहैया कराया जाएगा। लेकिन आज तक ना तो प्रशासन के लोग और ना ही कोई नेता उन महादलित को ऊपर ध्यान दे रहा है। कहा कि इस बार सभी महादलित ने निर्णय लिया है कि जब तक उनलोगों को बासगीत पर्चा नहीं मिल जाता है, तब तक पंचायत से लेकर केंद्र तक के किसी भी चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे। कहा कि फिलहाल रेलवे विभाग द्वारा सभी को नोटिस जारी कर घर तोड़ने का धमकी दिया जा रहा है। कहा जा रहा है कि एक सप्ताह के भीतर सभी महादलित रेलवे की जमीन को खाली नहीं करेगा तो सभी परिवार के घरों को जेसीबी से तोड़ दिया जाएगा। महादलित परिवार की ललिता देवी, रीना देवी, संगीता देवी, गुंजन देवी, पार्वती देवी, चांदनी देवी, अनीता देवी, सुलजन देवी, रीना देवी, सजन देवी, किरण देवी, सावित्री देवी आदि ने कहा कि जब तक उनलोगों को घर बनाने के लिए स्थायी जमीन नहीं मिल जाएगा, तब तक वे लोग कोई भी चुनाव में भाग नहीं लेंगे। वे लोग खुलेआम वोट का बहिष्कार करेंगे। इस बाबत अंचलाधिकारी सुशीला कुमारी ने कहा कि आवेदन मिला है। राजस्व कर्मचारी से स्थल जांच कराया जाएगा। जांचोपरांत आगे की कार्यवाही की जाएगी।

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