सुपौल। वीरपुर नगर पंचायत क्षेत्र के एक गंभीर मरीज का अनुमंडल अस्पताल में मरीज का उपचार किये बिना रेफर किये जाने से आक्रोशित लोगों ने शनिवार को अस्पताल के इमरजेंसी गेट पर अस्पताल की व्यवस्था के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नारेबाजी के दौरान अस्पताल में महिला चिकित्सक के नहीं होने, दलालों का अड्डा बने रहने, जांच के नाम पर दलाली किये जाने का आरोप लगाया गया। जानकारी अनुसार 13 अगस्त 2023 को 14।20 करोड़ की लागत से वीरपुर अनुमंडलीय बनकर तैयार हुआ और इस नए अनुमंडलीय अस्पताल से लोग में विश्वास जगा था कि अब उपचार के लिए लोगों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा। करोड़ों की लागत से बनकर तैयार यह अनुमंडलीय अस्पताल सिर्फ एक आम भवन बनकर रह गया है। जो सुविधा इस अनुमंडलीय अस्पताल में लोगों को मिलना चाहिए वो लोगों को आज भी नहीं मिल सका है। जिससे लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। शनिवार को लोगों का गुस्सा तब फूट गया जब अस्पताल आये रोगी कि बगैर प्राथमिक उपचार किये उसे रेफर कर दिया गया। जहां रास्ते में हीं रोगी की मौत हो गई। जिससे आक्रोशित लोगों ने विरोध में लोगों ने जमकर नारेबाजी की।
वीरपुर : मरीज का बिना उपचार किये जाने के बाद रेफर किये जाने पर आक्रोशित लोगों ने किया प्रदर्शन
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