सुपौल। नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर 26 में दो भाइयों के विवाद में एक भाई का परिवार महीनों से घर में कैद है। स्थिति यह है कि इस परिवार को घर से बाहर निकलने के लिए बांस की सीढ़ी का सहारा लेना पड़ता है। वहीं आवाजाही का यह मार्ग भी अब बंद होने की कगार पर है। पीड़ित परिवार रामू मिस्त्री अपने भाई राधे मिस्त्री के साथ बंटवारे के बाद जमीन पर घर बनाकर रहने लगा। लेकिन कुछ महीने बाद राधे मिस्त्री ने अपने घर के चारों ओर बाउंड्री कर उसे घेर दिया। जिसके बाद रामू मिस्त्री का परिवार बगल के खाली जमीन से चलने लगा। लेकिन इस बीच दूसरे पड़ोसी ने भी अपनी खाली जमीन पर घर बनाना शुरू कर दिया। जिसके बाद अब तक बांस की सीढ़ी से तो परिवार के 02 बच्चे और अन्य लोग की आवाजाही जारी रही। लेकिन अब उसके द्वारा भी घर बनाने के दौरान दीवाल देने के कारण रस्ता बंद हो गया है। इस मामले को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पंचायत भी की। लेकिन दूसरे भाई राधे मिस्त्री के परिवार वालों ने रास्ता देने से साफ इंकार कर दिया। अब पीड़ित परिवार की निगाहें नगर परिषद और एसडीएम पर टिकी है। रविवार को उक्त मामले को लेकर नगर परिषद के चैयरमेन राघवेंद्र झा और स्थानीय वार्ड पार्षद सहित जनप्रतिनिधि अनोज कुमार उर्फ लव यादव की मौजूदगी में पंचायत हुई। लेकिन दूसरे पक्ष द्वारा रस्ता देने से मना करने पर कानूनी रास्ता अपनाने की बात कही गयी। इस संबंध में रामू मिस्त्री ने कहा कि नगर परिषद व एसडीएम को आवेदन दिया गया है।
दो भाई के विवाद में एक भाई को घर से बाहर निकलने के लिये लेना पड़ता है बांस के सीढ़ी का सहारा
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