सुपौल। एसएसबी 45वीं बटालियन मुख्यालय में एसएसबी एवं प्रतिपक्ष एपीएफ नेपाल के अधिकारियों के बीच समन्वय बैठक हुई। जानकारी देते हुए 45वीं बटालियन के कमांडेंट गौरव सिंह ने बताया कि एसएसबी तथा नेपाल एपीएफ भारत-नेपाल सीमा पर रक्षा की पहली पंक्ति है। चुंकि दोनों देशों के बीच बेटी रोटी का संबद्ध है तथा मित्रवत देश होने के कारण सीमा पर दोनों संस्थाओं द्वारा की जाने वाली ड्यूटी भी एक कठिन कार्य है। फिर भी एसएसबी एवं एपीएफ नेपाल द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन आपसी सामंजस्य एवं पूरी निष्ठा के साथ किया जाता है।
इस क्रम गुरुवार को एसएसबी 45वीं बटालियन द्वारा वीरपुर वाहिनी मुख्यालय में समन्वय बैठक आयोजित की गयी। बैठक की शुरुआत दोनों देशों के राष्ट्रगान से की गयी। इसके उपरांत महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गयी। बैठक के दौरान सीमा पर हो रही तस्करी, तृतीय देश के नागरिकों के आवागमन, सीमा पर बढ़ रही मानव तस्करी, शराब की तस्करी तथा भारतीय मुद्रा के अवैध तस्करी एवं सीमा पर अतिक्रमण आदि मुख्य बिंदुओं पर चर्चा हुई। दोनों पड़ोसी देशों की खुली हुई सीमा को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा पर अतिरिक्त चौकसी बरतने के लिए भी दोनों पक्षों ने सहमति जताई। साथ ही असामाजिक व शरारती तत्वों की गतिविधियों पर प्रभावशाली नियंत्रण बनाए रखने की योजना भी बनाई गयी। इसके अतिरिक्त दोनों बलों के अधिकारियों ने सीमा पर महिला वाहकों द्वारा प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी की रोकथाम हेतु महिला बलों की संयुक्त तैनाती पर भी सहमति जतायी। बैठक में 04 बटालियन एपीएफ की ओर से सम्यानंद बजराचार्य, संतोष अधिकारी, 06 बटालियन एपीएफ की ओर से धनबहादुर सिंह, सरोज कटवाल एवं एसएसबी 45वीं बटालियन की तरफ से शैलेश कुमार सिंह, सुदेश कुमार तथा विशाल राणा आदि मौजूद थे।


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