सुपौल। बिजली विभाग की कार्यशैली के खिलाफ दर्जनों ग्रामीण मंगलवार को पशु अस्पताल परिसर त्रिवेणीगंज में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गये। धरना पर बैठे ग्रामीण बिजली विभाग के जेई, कर्मी व बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरना पर बैठे ग्रामीणों का आरोप है कि अक्सर शाम के समय बिजली कट जाती है। इस भीषण गर्मी में समुचित वोल्टेज नहीं मिलने से भयंकर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लतौना दक्षिण पंचायत के शिवनगर सहित अन्य गांवों में बिजली आपूर्ति के लिए लगाये गये केबल महज एक हाथ की ऊंचाई से क्रॉस किया है। जिससे हमेशा जान-माल के खतरे का अंदेशा बना रहता है। बताया कि शॉर्ट सर्किट के कारण कई बार तार टूट जाता है। इस समस्या को लेकर जेई से संपर्क करने पर बात को टाल दिया जाता है। अंत में जब मिस्त्री से संपर्क करते है तो मिस्त्री द्वारा 500 रूपये की मांग की जाती है।
धरना पर बैठी पीड़िता रूचिया देवी, मालती देवी, श्यामा देवी, शशि सरदार, राजू यादव, राजकुमार सरदार, कौशल यादव समेत अन्य ग्रामीणों का आरोप है कि जेई की मनमानी और मिलीभगत से मिस्त्री द्वारा 500 रुपये की अवैद्य उगाही की जाती है। इस तरह की समस्या विगत दो वर्षों से बनी है। अधिकारियों से मिलने के बाद भी आज तक इन समस्याओं का समुचित समाधान नहीं किया गया है। जिससे कारण ग्रामीण नाराज होकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गये। ग्रामीणों ने बताया कि यहां जेई की मनमानी चरम पर है। जेई बिल्कुल भी लोगों की समस्याओं नहीं सुनना चाहते हैं। धरना की जानकारी मिलने के तीन घंटे बाद बिजली विभाग के एसडीओ आकाश कुमार टीम के साथ धरना स्थल पर पहुंचे और लोगों से बातचीत की। साथ ही उनकी समस्याओं को जल्द निदान करने का आश्वासन दिया। मौके पर बिजली विभाग के एसडीओ आकाश कुमार ने कहा कि जेई पर जो भी आरोप इनलोगों के द्वारा लगाया गया है, अगर लिखित शिकायत मिलती है तो जांचकर उनके विरूद्ध कार्यवाई की जायेगी। बिजली विभाग के एसडीओ के आश्वासन के बाद धरना पर बैठे लोग धरना समाप्त करने पर राजी हुए।
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