सुपौल। राघोपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मोतीपुर में एनएच 106 के बगल में स्थित नवनिर्मित शिव मंदिर में पांच दिवसीय शिवलिंग प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के द्वितीय दिवस पर आयोजित शिवपुराण कथा का शुक्रवार को समापन हुआ। इस अवसर पर आचार्य धर्मेंद्रनाथ मिश्र ने प्रवचन के माध्यम से बताया कि मनुष्य का शरीर दुर्लभ है और इसका मुख्य उद्देश्य भगवत प्राप्ति और भागवत तत्व की प्राप्ति है। आचार्य मिश्र ने कहा कि मनुष्य का शरीर भगवान की ओर से मिला एक उपहार है, जिसका उपयोग किसी को हानि पहुंचाने में नहीं बल्कि अपनों से श्रेष्ठ का आदर करने, माता-पिता का अभिवादन करने और सबके प्रति सम्मान की दृष्टि रखने में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आत्मज्ञान, श्रद्धा, विश्वास, और भक्ति से ही शिव तत्व और गुरु तत्व को समझा जा सकता है। महोत्सव के तृतीय दिवस, शुक्रवार को यज्ञशाला में प्रधान बेदी, नवग्रह बेदी, योगिनी बेदी और वास्तु बेदी का वैदिक विधि से पूजन किया गया। पूजन के बाद यजमान को मंडप प्रवेश कराया गया और हवन कुंड में अग्नि प्रज्ज्वलित की गई। आगामी रविवार को शिवलिंग की परिवार सहित स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। महोत्सव के अवसर पर आयोजित मेले में लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और आनंद उठाया। महोत्सव कमेटी के अध्यक्ष राजकुमार सिंह और सचिव ज्योति झा उर्फ लव्लु जी ने बताया कि शनिवार की संध्या भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें दूर-दूर से आए कलाकार भगवान श्री राम, श्री कृष्ण और शिव लीला की झांकियों के माध्यम से प्रस्तुति देंगे।
राघोपुर : मनुष्य का शरीर भगवान की ओर से मिला एक उपहार, श्रेष्ठ कार्य के लिये करें इसका उपयोग : आचार्य
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