सुपौल। एसएसबी 45वीं बटालियन के उप-कमांडेंट शैलेश कुमार सिंह द्वारा गुरुवार को भारतीय क्षेत्र स्थित कोशी नदी में नाव के सहारे गश्ती दल के साथ सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु गश्ती की गई। बताया गया कि करीब 65 किलोमीटर क्षेत्र में फैले भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा करती है। जिसके लिए वाहिनी के अधिकारी एवं जवान कंधे से कंधा मिलाकर 24 घंटे बार्डर पर तैनात रहते हैं एवं देश की सुरक्षा के साथ-साथ इसकी आन-बान और शान को बनाए रखने हेतु अपनी सर्वोच्च सेवा प्रदान करते हैं। खुली सीमा होने के कारण अन्य सीमा के मुक़ाबले भारत-नेपाल सीमा पर ड्यूटी करना कठिन कार्य है।
इसी प्रकार वीरपुर जैसे क्षेत्र जहां जमीनी चुनौतियों के साथ-साथ नदी का बहाव भी एक बड़ी चुनौती बन जाती है, जिसका इस्तेमाल असामाजिक तत्व द्वारा समय-समय पर तस्करी के लिए किया जाता रहा है। ऐसे में एसएसबी जवाबी कार्यवाही के द्वारा उनके मंसूबों को असफल करने के लिए नदी क्षेत्र में भी तैनात रहती है। इसी नदी क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु गुरुवार को 45वीं वाहिनी के उप-कमांडेंट शैलेश कुमार सिंह ने कोशी नदी में नाव के द्वारा एसएसबी दल के साथ सघन गश्ती किया एवं अपने कार्य क्षेत्र की निगरानी करते हुए इसकी सुरक्षा का जायजा लिया।
इस दौरान नदी में चल रहे स्थानीय नावों की भी जांच की गई एवं उनसे आवश्यक पूछताछ भी की गई। उप-कमांडेंट ने बताया कि असामाजिक तत्व नदी में जलस्तर के बढ़ने का फायदा उठाने का भरसक प्रयास करते हैं और अवैध गतिविधि को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं। जिसका सामना करने के लिए एसएसबी हमेशा एक कदम आगे रहती है। इस बोट के द्वारा न सिर्फ हम गश्ती करते हैं, बल्कि बाढ़ जैसे स्थिति में लोगों की जान बचाकर आपदा प्रबंधन का भी कार्य करते हैं।
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