सुपौल। सरायगढ़-भपटियाही: प्रखंड क्षेत्र के शाहपुर पृथ्वीपट्टी पंचायत में गुरुवार को ग्रामीणों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक पंचायत के मुखिया सतीश कुमार पांडे, जो मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष भी हैं, के आवास पर हुई। बैठक में ग्रामीणों ने राघोपुर थाना में पदस्थापित एएसआई द्वारा मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष को झूठे केस में फंसाने की कोशिश पर कड़ा आक्रोश जताया।
बैठक में उपस्थित लोगों ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली, पुलिस महानिदेशक, कोसी क्षेत्र के उपमहानिरीक्षक, कोसी प्रमंडल के आयुक्त, डीएम, एसपी, डीएसपी वीरपुर और सुपौल, तथा राघोपुर थाना प्रभारी को आवेदन देकर एएसआई को तत्काल सेवा मुक्त करने की मांग की गई थी। लेकिन 15 दिनों से अधिक समय बीतने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बैठक में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एएसआई द्वारा पंचायत के निर्वाचित जनप्रतिनिधि के खिलाफ मनमानी की जा रही है, जबकि उन्हें सुरक्षा देने की जिम्मेदारी प्रशासन की होती है। ग्रामीणों का कहना था कि मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष सतीश कुमार पांडे की छवि साफ-सुथरी है, लेकिन पुलिस द्वारा उन्हें एक झूठे मामले में जबरन फंसाने की साजिश रची जा रही है।
बैठक में ग्रामीणों ने यह निर्णय लिया कि यदि एएसआई को तुरंत निलंबित नहीं किया गया, तो शाहपुर पृथ्वीपट्टी पंचायत के सभी लोग सिमराही गोल चौक को जाम कर धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक एएसआई को राघोपुर थाना से हटाया नहीं जाएगा, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
इस बैठक में कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष महेश पांडे, सरपंच सलीम शाह, पैक्स अध्यक्ष बलराम मंडल, जदयू नेता नितेश सिंह, मो. इरशाद आलम, रंजीत कुमार मंडल, भागवत मंडल, मो. शरीफुला, मो. जहां, मो. सफाजुल, मो. हाशिम, मुरारी सिंह, मो. बशीर, सुरेंद्र राम, अशोक सदा, मो. साबिर सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे आगे भी बड़े आंदोलन के लिए तैयार हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और ग्रामीणों के आक्रोश को शांत करने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।
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