सुपौल। त्रिवेणीगंज अंचल कार्यालय में पदस्थापित राजस्व कर्मचारियों की 7 मई 2025 से जारी सामूहिक हड़ताल पर शनिवार को सुपौल जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया। सरकारी निर्देशों की अवहेलना और प्रशासनिक अनुशासन भंग करने के आरोप में जिला पदाधिकारी ने आठ राजस्व कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
जानकारी के अनुसार, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, बिहार, पटना के आदेश के आलोक में समाहरणालय स्थित लहटन चौधरी सभागार में शनिवार को पूर्वाह्न 11 बजे हड़ताली कर्मियों के साथ वार्ता के लिए बैठक निर्धारित थी। इसको लेकर जिला प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश भी जारी किए थे। बावजूद इसके न तो कोई कर्मी बैठक में शामिल हुआ और न ही जिला स्थापना शाखा, सुपौल में उपस्थिति दर्ज कराई।
सीओ प्रियंका सिंह द्वारा कर्मियों के गैर जिम्मेदाराना रवैये पर प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए नियमानुसार कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी। इसके पश्चात सभी कर्मियों को शनिवार शाम 5 बजे तक समाहरणालय में उपस्थित होने का अंतिम निर्देश दिया गया। लेकिन आदेश की पुनः अवहेलना की गई।
इसके बाद डीएम द्वारा राजस्व कर्मचारी मोहम्मद नजीब आलम, राज रौशन कुमार, उदय कुमार, मोहम्मद ईबरान, राज कुमार, रघुवेन्द्र कुमार, अजय कुमार और राजीव कुमार को बिहार सरकारी सेवक नियमावली 2005 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय अनुमंडल कार्यालय, निर्मली निर्धारित किया गया है।
जिला प्रशासन ने शनिवार देर संध्या पत्र जारी कर स्पष्ट किया कि भविष्य में अनुशासनहीनता की किसी भी घटना को कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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