सुपौल। प्रखंड मुख्यालय सभागार में शनिवार को बाढ़ से पूर्व की तैयारियों को लेकर एक समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख विजय कुमार यादव ने की, जबकि संचालन अंचलाधिकारी (सीओ) धीरज कुमार ने किया। बैठक में पंचायत जनप्रतिनिधियों के साथ विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारी एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
सीओ धीरज कुमार ने बाढ़ से पूर्व तैयारियों की समीक्षा करते हुए बताया कि संभावित बाढ़ से जन-धन की क्षति रोकने के लिए ऊंचे स्थलों, टीला और बाढ़ आश्रय स्थलों की पहचान कर ली गई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में नावों का निबंधन कराया जाएगा और बचाव कार्य के लिए गोताखोर, आपदा मित्र एवं जिला आपदा मास्टर ट्रेनरों की टीम सक्रिय भूमिका निभाएगी।
उन्होंने बताया कि राहत कार्यों के अंतर्गत प्रभावित परिवारों को पॉलीथिन शीट, सूखा राशन, सामुदायिक रसोई के माध्यम से भोजन की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, क्षतिपूर्ति राशि प्राप्त करने के लिए लाभुकों को अपने बैंक खातों को आधार से लिंक कराना अनिवार्य होगा।
बैठक में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने तटबंध की सुरक्षा को लेकर कमजोर बिंदुओं की पहचान कर उन्हें सुदृढ़ करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सीओ ने सभी पंचायत प्रतिनिधियों और राजनीतिक दलों से बाढ़ के दौरान पूर्ण सहयोग की अपील की।
उन्होंने बताया कि प्रखंड की छह पंचायतों में से ढोली और बनैनिया पूरी तरह से, जबकि लौकहा, भपटियाही, सरायगढ़ और चांदपीपर आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित होते हैं। इन सभी क्षेत्रों के लिए तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।
बैठक में बीडीओ अच्युतानंद, राजस्व अधिकारी राकेश रंजन, थानाध्यक्ष संजय दास, मनरेगा पीओ बसंत कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्रभूषण मंडल, बीसीओ शिव शंकर पंडित, मुखिया विजय कुमार यादव, सरस्वती देवी, सुरेश प्रसाद सिंह, महारानी देवी, मनोज यादव, श्याम कुमार यादव, सुखदेव पंडित, गणेश राम, भाजपा नेता विजय कुमार सिंह सहित पशुपालन, पीएचडी, बाल विकास परियोजना, बिजली विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।
कोई टिप्पणी नहीं