सुपौल। पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा चलाए गए सफल ऑपरेशन सिंदूर की उपलब्धि के उपलक्ष्य में गुरुवार को निर्मली शहर में एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा न केवल सेना के पराक्रम को सलामी देने वाली रही, बल्कि देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत रही।
तिरंगा यात्रा का शुभारंभ शहर के प्रतिष्ठित बड़ी दुर्गा मंदिर परिसर से हुआ, जो शहर के विभिन्न प्रमुख मार्गों से होती हुई गुजरी। इस आयोजन को लेकर स्थानीय लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। देशभक्ति के गीतों की धुन पर कदम से कदम मिलाते युवाओं और छात्र-छात्राओं के चेहरों पर गौरव और गर्व का भाव स्पष्ट दिखाई दे रहा था।
तिरंगा यात्रा में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, युवाओं, स्कूली छात्रों और नगरवासियों की भारी भागीदारी रही। सभी के हाथों में राष्ट्रीय ध्वज था और गगनभेदी नारों से पूरा शहर गूंज उठा। "भारत माता की जय", "जय हिंद", "वंदे मातरम्" के साथ-साथ "पाकिस्तान मुर्दाबाद" जैसे नारों से माहौल पूरी तरह से देशभक्ति में रंग गया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर, भारतीय सेना की वीरता और रणनीतिक दक्षता का प्रतीक है। सेना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि भारत अब आतंक के खिलाफ चुप नहीं बैठेगा, बल्कि घर में घुसकर जवाब देगा।
तिरंगा यात्रा के माध्यम से निर्मलीवासियों ने भारतीय सेना को नमन करते हुए यह संदेश दिया कि देश की सुरक्षा में लगे जवानों के साथ पूरा देश कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
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