सुपौल। जिला विधिक सेवा प्राधिकार सुपौल के सचिव अफजल आलम ने मंडल कारा सुपौल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने तरुण वार्ड, वृद्ध वार्ड, महिला वार्ड, मेडिकल वार्ड और सामान्य वार्ड का बारीकी से जायजा लिया।
निरीक्षण में यह तथ्य सामने आया कि जेल में निर्धारित क्षमता से लगभग 200 अधिक बंदी निरुद्ध हैं, जिससे व्यवस्थाओं पर दबाव बना हुआ है। साथ ही, निरीक्षण के दौरान एक महिला बंदी के एड्स से संक्रमित होने की पुष्टि हुई, जो चिंता का विषय बना। मंडल कारा में इस रोग के लिए कोई पृथक वार्ड या विशेष चिकित्सा सुविधा नहीं है, जिससे संक्रमित बंदियों के उपचार में कठिनाई हो सकती है।
हालांकि, निरीक्षण दल ने जेल परिसर में साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था को संतोषजनक पाया। निरीक्षण के समय प्रधान न्यायिक दंडाधिकारी श्री अरविंद मिश्रा भी मौजूद थे। अफजल आलम ने जेल प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए गंभीर बीमारियों से पीड़ित बंदियों के लिए विशेष चिकित्सा प्रबंध सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जिला प्रशासन से भी इस दिशा में ठोस कदम उठाने का सुझाव दिया, ताकि बंदियों को समय पर उचित उपचार मिल सके और जेल परिसर में स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को कम किया जा सके।
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