सुपौल। सदर प्रखंड अंतर्गत अमहा स्थित पंच दधीची उच्च विद्यालय, आनंदपल्ली में आनंद मार्ग प्रचारक संघ के तत्वावधान में तीन दिवसीय सेमिनार सह योग साधना शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में द्वितीय आध्यात्मिक एवं सामाजिक दर्शन विषय पर विशेष चर्चा हुई, जिसमें वक्ताओं ने विस्तार से अपने विचार साझा किए।
मुख्य वक्ता आचार्य प्रणवेशानंद अवधूत ने कहा कि आज की मानवता प्रगति की दिशा में बढ़ना चाहती है, लेकिन समाज में व्याप्त रूढ़िवादी मानसिकता और जड़ता इसका मार्ग अवरुद्ध कर रही है। उन्होंने कहा, “ऐसे समय में सद्विपों को पीछे नहीं हटना चाहिए, बल्कि लोहे की भांति मजबूत संकल्प के साथ कार्य करना चाहिए।”
उन्होंने उपस्थित साधकों से आह्वान किया कि वे सद्विप बनें और समाज में फैली अज्ञानता, असमानता और जड़ता के खिलाफ संगठित होकर खड़े हों। उन्होंने यह भी कहा कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए आध्यात्मिकता और सामाजिक चेतना का समन्वय आवश्यक है।
कार्यक्रम के दौरान रत्नमुक्तानंद अवधूत, जगतदीपानंद अवधूत, रंधीर देव, भुक्ति प्रधान जय प्रकाश, आचार्य मुक्तेश्वरनानंद अवधूत, रामनारायण, बोधराय, संजीव, छविनाथ, राम कुमार और धर्मवीर देव समेत अनेक साधक एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।
शिविर के दौरान प्रतिभागियों को योग, ध्यान, सेवा और सामाजिक उत्तरदायित्व जैसे विषयों पर भी मार्गदर्शन दिया गया। आयोजन का उद्देश्य समाज में नैतिक मूल्यों को स्थापित करना और आत्मिक जागरूकता फैलाना रहा।
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