सुपौल। संघर्ष और कुर्बानी की प्रतीक मुहर्रम का पर्व जिले भर में श्रद्धा, उल्लास और सौहार्द के वातावरण में मनाने की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। खासकर ग्रामीण इलाकों में युवाओं द्वारा पारंपरिक एवं भव्य ताजिया निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। कई जगहों पर स्थानीय कलाकारों को बुलाकर आकर्षक ताजिया तैयार किए जा रहे हैं, जो क्षेत्रीय कला और संस्कृति की झलक प्रस्तुत कर रहे हैं।
धार्मिक उलेमा, सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय गणमान्य नागरिक आपसी भाईचारे को बनाए रखते हुए ताजिया जुलूसों की तैयारियों में जुटे हुए हैं। वहीं, प्रशासनिक स्तर पर भी सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था को लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था की जा रही है। संवेदनशील इलाकों में शांति समिति की बैठकें आयोजित कर आमजन से सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्व मनाने की अपील की जा रही है।
मुहर्रम के मौके पर जिले भर में निकलने वाले ताजिया जुलूसों को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होते हैं। इससे विभिन्न क्षेत्रों में मेले जैसा माहौल बन जाता है। जिला मुख्यालय स्थित गांधी मैदान, छातापुर, राघोपुर, बसंतपुर, त्रिवेणीगंज सहित अन्य स्थानों पर ताजिया मिलान का आयोजन किया जा रहा है। वहीं सरायगढ़, प्रतापगंज, पिपरा, निर्मली और मरौना में भी भव्य ताजिया मेलों की तैयारी पूरी हो चुकी है। इन आयोजनों में महिलाओं, बच्चों और युवाओं की भागीदारी पर्व की सामाजिक और सांस्कृतिक महत्ता को रेखांकित करती है।
शनिवार को जिले के कई हिस्सों में युवाओं ने पारंपरिक "जंगी दौड़" में भाग लिया। सफेद पोशाक में दौड़ते युवाओं ने वातावरण को मुहर्रम के रंग में रंग दिया। वहीं बाजारों में भी चहल-पहल बढ़ गई है। मिठाई, खिलौने और सजावटी सामग्रियों की खरीदारी जोरों पर है।
मुहर्रम को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। गुरुवार से जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में फ्लैग मार्च का आयोजन किया जा रहा है। प्रमुख चौक-चौराहों और ताजिया स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था या अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह से दूर रहें और यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। सभी से शांति और सौहार्द के साथ मुहर्रम मनाने की अपील की गई है।
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