सुपौल। निर्मली प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत जीविका संपोषित कार्यक्रम के तहत तीनों संकुल स्तरीय संघ—संघर्ष जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ (मझारी), परिवर्तन जीविका महिला वी०स्वा०सह०स०लि० (दोमहान) एवं दिनकर जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ (डगमारा) में सात दिवसीय गैर-आवासीय सिलाई प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ संकुल संघ की अध्यक्षा उमा देवी व निर्मला देवी की अध्यक्षता में दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर प्रखंड परियोजना प्रबंधक ध्रुव प्रसाद, क्षेत्रीय समन्वयक सच्चिदानंद कुमार, सामुदायिक समन्वयक गोपालानन्द चौधरी, रुणा कुमारी, तीनों संघ के MBK एवं CF उपस्थित थे। प्रशिक्षण में 81 प्रशिक्षु अपने-अपने सिलाई मशीनों के साथ शामिल हुए।
प्रबंधक ध्रुव प्रसाद ने बताया कि बिहार राज्य जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति एवं ICDS के बीच हुए समझौता ज्ञापन (01/07/2025) के तहत जीविका को आंगनबाड़ी केंद्रों पर 3–6 वर्ष के बच्चों हेतु गुणवत्तापूर्ण परिधान उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए यह प्रशिक्षण आयोजित किया गया है।
22 से 28 अगस्त तक प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चले इस प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को माप लेना, कपड़े की समझ, प्लीटेड स्कर्ट, शर्ट (कंधा, आस्तीन, कॉलर, बटन), पैंट सिलाई, इलास्टिक कमरबंद, हेमिंग आदि की विस्तृत जानकारी दी गई। अंतिम दिन सभी प्रशिक्षुओं ने स्वयं शर्ट, पैंट और स्कर्ट तैयार कर प्रस्तुत किया।
28 अगस्त को प्रशिक्षण के समापन अवसर पर परिधानों का निरीक्षण, फीडबैक और प्रमाणपत्र वितरण किया गया। सभी प्रशिक्षुओं ने निष्ठा और लगन से प्रशिक्षण पूरा करते हुए जीविका द्वारा दिए गए लक्ष्य को समय पर पूरा करने का संकल्प लिया।
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