सुपौल। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय सिमराही के तत्वावधान में रविवार को परमात्मा अनुभूति संग्रहालय प्रांगण में स्नेहमिलन एवं ‘एक पेड़ मां के नाम’ वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समाज के प्रबुद्धजन, सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए। सभी ने अपनी-अपनी मां के नाम पर एक-एक पेड़ लगाया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजयोगिनी बबीता दीदी ने कहा कि मानव जीवन का अस्तित्व वृक्षों पर निर्भर है। ऑक्सीजन और पानी हमारी जीवन-रेखा हैं, और वनस्पति ही ऑक्सीजन का सबसे बड़ा प्राकृतिक स्रोत है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने वृक्षारोपण और संरक्षण के महत्व को और गहराई से समझाया है।
बबीता दीदी ने पीपल और बरगद जैसे देव-वृक्षों की घटती संख्या, बढ़ते कार्बन डाइऑक्साइड स्तर और ग्लोबल वार्मिंग पर चिंता जताई। उन्होंने प्रत्येक नागरिक से कम से कम एक पेड़ लगाने और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में योगदान देने की अपील की।
कोई टिप्पणी नहीं