सुपौल। जैन धर्मावलंबियों ने रविवार को भगवान महावीर, जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर, का जन्मोत्सव हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया। इस अवसर पर प्रतापगंज बाजार स्थित नमि नाथ जैन मंदिर परिसर से भगवान महावीर की प्रतिमा के साथ भव्य बरगोडा जुलूस निकाला गया।
जुलूस के दौरान महिला, पुरुष और बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा भगवान महावीर की प्रतिमा के साथ बाजार का भ्रमण किया। इस दौरान जैन समाज के लोगों ने भगवान महावीर के सिद्धांतों और उनके संदेशों से जुड़े नारे लगाए।
जैनश्वेताम्बर तेरापंथ सभा के अध्यक्ष शंकर नौलखा ने बताया कि भगवान महावीर का जन्म ढाई हजार वर्ष पूर्व वैशाली गणराज्य के क्षत्रियकुंड में हुआ था। तीस वर्ष की आयु में उन्होंने राजवैभव का त्याग कर संन्यास धारण किया और 12 वर्षों की कठिन तपस्या के बाद केवल ज्ञान प्राप्त किया। नौलखा ने कहा कि ऐतिहासिक मान्यता के अनुसार आज ही के दिन इन्द्र भगवान ने मेरू पर्वत पर महावीर जन्मोत्सव मनाया था, तब से ही यह दिन जैन धर्म के सबसे पवित्र दिनों में से एक माना जाता है।
उन्होंने कहा कि यह अवसर भगवान महावीर के जीवन-उपदेशों को याद करने और अहिंसा के उनके संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का है। “आज के भौतिक युग में भगवान महावीर का संदेश ‘अहिंसा परमोधर्मः’ अत्यंत प्रासंगिक है,” उन्होंने कहा।
जैन महिला मंडल द्वारा चल रहे पर्युषण महापर्व के तहत प्रतिदिन सामायिक, स्वाध्याय, गीतिका, स्नात्र पूजा और भजन कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जन्मोत्सव पर जुलूस के बाद श्रद्धालु जैन मंदिर पहुंचे और भगवान नमिनाथ की प्रतिमा के समक्ष 108 पीले चावल अर्पित कर सुख-शांति की कामना की।
जुलूस में मुख्य रूप से हनुमान घोडावत, शंकर नौलखा, जितेंद्र सेठिया, मनोज छाजेड़, हनुमान नाहर, लड्डू श्रीमाल, सावन गंग, महेंद्र वैद, कालीकरण गोठी, चतुर्भुज पांडेय, रवि शर्मा, सरोज छाजेड़, रेखा शर्मा, कीर्ति गोठी, संजू छाजेड़, पदमा नौलखा, मंजू गंग, सुषमा सेठिया, स्वीटी नौलखा, सावित्री गंग, रितिक सेठिया, अक्षय सेठिया, नमन सेठिया समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे।
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