सुपौल। बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को लेकर स्वच्छ एवं शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के उद्देश्य से जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी सावन कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को सेक्टर पदाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में दो पालियों में पिपरा, त्रिवेणीगंज (अष्टो), पुरनियां, निर्मली एवं सुपौल विधानसभा क्षेत्र के सेक्टर पदाधिकारियों व सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि सेक्टर पदाधिकारी का निर्वाचन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण योगदान होता है। मतदान से पूर्व उन्हें अपने क्षेत्र के सभी मतदान केन्द्रों पर जाकर मूलभूत ढांचे एवं Vulnerable Mapping से जुड़ी जानकारी संकलित करनी होगी तथा पुलिस पदाधिकारी की सहायता से उसे विहित प्रपत्र में दर्ज कर सहायक निर्वाची पदाधिकारी को उपलब्ध कराना होगा।
मतदान पूर्व दिवस पर सेक्टर पदाधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी मतदान दल एवं सामग्री समय पर मतदान केन्द्र पर पहुंच गई हो। सुरक्षा योजना के अनुरूप पुलिस बल की तैनाती हो गई हो। मतदान कर्मियों को ईवीएम संचालन एवं मतदान प्रक्रिया की शंकाओं का समाधान मिले। वीडियोग्राफी/फोटोग्राफी की व्यवस्था पूरी हो। मतदान केन्द्र से 100 मीटर की परिधि में किसी भी उम्मीदवार/दल का कार्यालय न हो। नियंत्रण कक्ष को नियमित रूप से OK रिपोर्ट भेजी जाए। वेबकास्टिंग के लिए विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि मतदान दिवस पर सेक्टर पदाधिकारी को समय से Mock Poll कराना और उसकी निगरानी करना, मतदान केन्द्रों पर पुलिस बल की उपस्थिति सुनिश्चित करना, आवश्यकतानुसार आरक्षित ईवीएम का उपयोग कर मशीन बदलना, मतदान अभिकर्ताओं की उपस्थिति- अनुपस्थिति की रिपोर्टिंग करना, मतदान प्रक्रिया की शुद्धता एवं पारदर्शिता बनाए रखना, शिकायतों का त्वरित निपटारा करना,bमतदान की समाप्ति के बाद सभी सामग्री व मशीन को सुरक्षित संग्रहण केन्द्र तक पहुंचाना जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभानी होंगी।
इसके अतिरिक्त मतदान दिवस के दौरान अवैध गतिविधियों जैसे मतदाताओं के लिए वाहन परिचालन पर रोक सुनिश्चित करने तथा राजनीतिक दलों द्वारा बनाए गए बूथों की दूरी 200 मीटर से अधिक होने की पुष्टि करने का दायित्व भी सेक्टर पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों पर रहेगा।
कार्यक्रम में जिला स्तरीय मास्टर प्रशिक्षकों द्वारा सेक्टर पदाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों को विस्तारपूर्वक प्रशिक्षित किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि सेक्टर पदाधिकारी निर्वाचन की रीढ़ होते हैं और उनके सतर्कता एवं कर्तव्यनिष्ठा से ही स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं भयमुक्त मतदान सम्पन्न हो सकेगा।
कोई टिप्पणी नहीं