सुपौल। जिलाधिकारी सावन कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को लहटन चौधरी सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. ललन कुमार ठाकुर, सीडीओ डॉ. चंदन कुमार, जिला कार्यक्रम समन्वयक सह जिला कार्यक्रम प्रबंधक बालकृष्ण चौधरी, जिला लेखा प्रबंधक शिवकुमार, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी शशि भूषण प्रसाद सहित विभिन्न प्रखंडों के DS, MOIC, अस्पताल प्रबंधक, स्वास्थ्य प्रबंधक, BCM, STLS, आयुष्मान भारत एवं आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के जिला समन्वयक मौजूद रहे।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य व्यवस्था में गुणात्मक सुधार लाने पर जोर देते हुए कई अहम निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों के ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर की साफ-सफाई और बाह्य कक्ष की ब्रांडिंग सुनिश्चित की जाए। रजिस्ट्रेशन शुल्क एवं अन्य जानकारी स्पष्ट रूप से डिस्प्ले होनी चाहिए। मरीजों के वाइटल्स की जांच अनिवार्य रूप से की जाए। नर्सिंग डेस्क और इम्यूनाइजेशन सेंटर को बेहतर तरीके से सुसज्जित किया जाए। रजिस्ट्रेशन काउंटर के पास डॉक्टरों का ड्यूटी रोस्टर प्रदर्शित किया जाए।
जिलाधिकारी ने सामुदायिक उत्तप्रेरकों को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्र के सभी बच्चों को आयरन सिरप उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। गर्भवती महिलाओं का फर्स्ट एनसी और फोर्थ एनसी डाटा सही तरीके से दर्ज किया जाए। साथ ही, एचआरपी चिन्हित गर्भवती महिलाओं का डाटा संग्रह कर उन्हें एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध कराते हुए संस्थागत प्रसव अस्पताल में कराने पर बल दिया।
बैठक में जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों में गुणात्मक सुधार लाना प्रत्येक पदाधिकारी और कर्मी की जिम्मेदारी है, लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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