सुपौल। निर्मली अनुमंडल क्षेत्र के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुनौली में प्रसव के लिए भर्ती हुई महिला के शिशु की प्रसव के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने स्वास्थ्यकर्मियों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को किसी तरह शांत कराया।
परिजनों का आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात एएनएम ने प्रसव संबंधी दवा और इंजेक्शन के लिए पैसे की मांग की थी। समय पर पैसे नहीं देने पर इंजेक्शन देने में देरी की गई, जिससे शिशु की मौत हो गई।
हालांकि इस आरोप पर केंद्र में पदस्थापित चिकित्सक डॉ. मनीष पूर्वे ने सफाई देते हुए कहा कि महिला को देर रात करीब डेढ़ बजे भर्ती कराया गया था। प्रारंभिक जांच के बाद लेबर पेन लाने हेतु दवा दी गई, लेकिन लेबर पेन शुरू नहीं हुआ। अस्पताल में एनआईसीयू की सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण प्रयासों के बावजूद शिशु को बचाया नहीं जा सका।
डॉ. पूर्वे ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि घटना के बाद परिजनों ने हंगामा किया और पुलिस के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ। लेकिन पुलिस के जाने के बाद कुछ लोगों ने उनके साथ हाथापाई करने की भी कोशिश की, जिसे अस्पताल कर्मियों और स्थानीय लोगों की मदद से रोका गया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं चिकित्सकों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती हैं और यह अत्यंत निंदनीय है।
इधर, घटना की जानकारी मिलने पर अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली के उपाधीक्षक डॉ. शैलेन्द्र कुमार मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए टीम का गठन किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि मृत शिशु की मां रूणम कुमारी, कुनौली वार्ड संख्या 05 निवासी पुरुषोत्तम कुमार की पत्नी हैं, जो पहली बार मातृत्व प्राप्त करने वाली थीं। घटना के समय प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शैलेन्द्र कुमार, हेल्थ मैनेजर मुकेश कुमार, डॉ. एस. एन. रॉय, डॉ. मनीष पूर्वे सहित कई स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।
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