सुपौल। पिपरा प्रखंड के बिशनपुर मौजा में सरकार द्वारा किए जा रहे 248 एकड़ जमीन के अधिग्रहण का विरोध तेज हो गया है। रविवार को स्थानीय रैयतों और भूमालिकों ने राजकुमार मेहता के आवास पर बैठक की, जिसकी अध्यक्षता किसान अर्जुन कुमार मेहता ने की। इस मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण और किसान मौजूद थे।
बैठक को संबोधित करते हुए राजद के प्रदेश महासचिव यदुवंश कुमार यादव ने आरोप लगाया कि सरकार हड़बड़ी और धोखे से जमीन अधिग्रहण कर घनी आबादी वाले इलाके के लोगों को बेघर करने की साजिश रच रही है।
राजद के जिला उपाध्यक्ष कारी प्रसाद यादव ने कहा कि एक ओर सरकार सबको घर देने का वादा करती है, वहीं दूसरी ओर बसे-बसाए लोगों को उजाड़ने का प्रयास कर रही है। उन्होंने मांग की कि अधिग्रहण बंजर और कम उपजाऊ जमीन पर किया जाए।
राजद के लोकप्रिय नेता प्रदीप यादव ने कहा कि सरकार पिछले दरवाजे से उपजाऊ जमीन लेकर पूंजीपतियों को देने की साजिश कर रही है। इस अधिग्रहण से लगभग 250 से अधिक घर प्रभावित होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसान न तो जमीन देंगे और न ही मुआवजा स्वीकार करेंगे।
बैठक में राजद प्रखंड युवा अध्यक्ष दिनेश यादव, प्रभाकर प्रसाद, सोनू चौधरी, उपमुखिया सुरेश मेहता, वार्ड सदस्य मो. बिको, पप्पू शाह, अरविंद दास, महादेव मेहता, वैद्यनाथ साह, ब्रह्मदत्त पंडित, विष्णुदेव शाह, रामदत्त राय, रणजीत मेहता, मो. शमी खा और जगदीश मेहता समेत कई वक्ताओं ने सरकार के निर्णय का कड़ा विरोध किया।
सभा में मो. अलाउद्दीन, रामदेव यादव, अर्जुन मेहता, मो. कलीमुद्दीन, सुरेंद्र पासवान, ललित राम, प्रदीप मेहता सहित सैकड़ों प्रभावित किसान शामिल हुए। नेताओं ने स्पष्ट किया कि राजद किसानों के साथ खड़ी है और जरूरत पड़ने पर इस मुद्दे पर बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।
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