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मतदान पदाधिकारियों का हुआ प्रशिक्षण, वेबकास्टिंग एवं VTR रिपोर्टिंग पर दिया गया विशेष जोर



सुपौल। जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी सावन कुमार के निदेशानुसार बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं सुव्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के उद्देश्य से जिला स्तरीय प्रथम प्रशिक्षण के छठे दिन मंगलवार को दो पालियों में मतदान पदाधिकारियों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया।

प्रथम मतदान पदाधिकारियों का प्रशिक्षण सुपौल उच्च माध्यमिक विद्यालय, सुपौल में तथा तृतीय मतदान पदाधिकारियों का प्रशिक्षण बबुजन विश्वेश्वर बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, सुपौल में संपन्न हुआ।

प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन नोडल पदाधिकारी (प्रशिक्षण कोषांग) सह जिला पंचायत राज पदाधिकारी गयानन्द यादव के पर्यवेक्षण में हुआ। उन्होंने प्रथम मतदान पदाधिकारियों को उनके कार्य एवं दायित्वों का बोध कराते हुए बताया कि इस बार 100 प्रतिशत मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। सभी पीठासीन पदाधिकारी EVM सेट के साथ (17C) फॉर्म भरकर जमा करेंगे तथा उसे उपस्थित मतदान अभिकर्ताओं को हस्तगत कराकर रसीद प्राप्त करेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक पीठासीन पदाधिकारी को VTR App अपने मोबाइल में डाउनलोड कर हर दो घंटे में रिपोर्ट दर्ज करना अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण के दौरान सभी प्रथम मतदान पदाधिकारियों को EVM मॉक ड्रिल में कम से कम 100 मत देने और मॉक ड्रिल प्रमाणपत्र भरकर जमा करने का निर्देश दिया गया। साथ ही, विभिन्न प्रकार के प्रपत्र जैसे पीठासीन पदाधिकारी प्रतिवेदन, डायरी, घोषणा, (17C) आदि भरने का अभ्यास भी कराया गया।

नोडल मास्टर प्रशिक्षक अंजनी कुमार ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि प्रथम मतदान पदाधिकारी निर्वाचक नामावली की चिन्हित प्रति के प्रभारी होंगे। उन्हें प्रत्येक मतदाता की पहचान EPIC या ECI द्वारा मान्य 12 फोटोयुक्त दस्तावेजों से सुनिश्चित करनी होगी। मतदाता सूची में प्रत्येक मतदाता के नाम पर लाल कलम से आड़ी रेखा तथा महिला मतदाताओं के नाम के आगे लाल गोला लगाने का निर्देश दिया गया।

वहीं, नोडल मास्टर प्रशिक्षक अमित कुमार ने तृतीय मतदान पदाधिकारियों को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि वे कंट्रोल यूनिट (CU) के प्रभारी होंगे। उन्हें मतदाता से मतदान पर्ची लेकर अमिट स्याही की जाँच करनी है और फिर मतदाता को मतदान कक्ष में भेजना होगा ताकि वह बैलेट बटन दबाकर मतदान कर सके।

प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित अधिकारियों ने मतदान प्रक्रिया से जुड़ी तमाम तकनीकी और व्यावहारिक पहलुओं की जानकारी दी, ताकि निर्वाचन दिवस पर सभी मतदान केंद्रों पर मतदान सुचारू, पारदर्शी और त्रुटिरहित ढंग से संपन्न हो सके।

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