सुपौल। प्रतापगंज प्रखंड के दुअनिया स्थित कृषि भवन में मंगलवार को उर्वरक निगरानी समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख डेजी रानी ने की। बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी अमरेश कुमार मिश्रा, प्रखंड कृषि पदाधिकारी प्रियांशु राज, पूर्व प्रमुख रमेश प्रसाद यादव सहित कई कृषि पदाधिकारी व किसान सलाहकार उपस्थित रहे।
बैठक की शुरुआत प्रखंड विकास पदाधिकारी अमरेश कुमार मिश्रा द्वारा उर्वरक विक्रेताओं के परिचय से हुई। इस दौरान उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि किसी भी स्थिति में किसानों को खाद की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने सभी विक्रेताओं को निर्देश दिया कि किसानों को खाद उचित मूल्य पर व समय पर दें, अन्यथा शिकायत मिलने पर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बीडियो श्री मिश्रा ने अनुदान पर मिलने वाले बीज विक्रेताओं की सूची भी मांगी। केवल दो नाम सामने आने पर उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कृषि समन्वयक अरविंद कुमार चौधरी से विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिया कि हर पंचायत में कम से कम एक विक्रेता को अनुदानित बीज वितरण हेतु पंजीकृत किया जाए, ताकि किसानों को उन्नत बीज सरकारी दर पर आसानी से उपलब्ध हो सके।
इस दौरान बीएओ प्रियांशु राज ने भी सभी उर्वरक विक्रेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि वे किसानों को समय पर उचित दाम पर खाद–बीज उपलब्ध कराएं तथा किसी भी प्रकार की मिलावट या गलत खाद–बीज की बिक्री से दूर रहें।
पूर्व प्रमुख रमेश प्रसाद यादव ने कहा कि प्रतापगंज प्रखंड के अगल-बगल के गांवों से यदि किसान खाद–बीज खरीदने आएं, तो उन्हें भी बिना भेदभाव उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि किसान ही अनाज पैदा करते हैं, और किसान खुशहाल होंगे तो राज्य और देश दोनों प्रगति करेंगे।
बैठक में कृषि समन्वयक अरविंद कुमार चौधरी, सुभाष मारीक, सत्यनारायण प्रसाद, सहायक तकनीकी प्रबंधक दिवाकर प्रसाद शर्मा, रंजीत कुमार, लेखपाल प्रबंधन, मनोज कुमार निराला, नवल कुमार चौधरी, जयप्रकाश मंडल, प्रदेश कुमार, सुनील सिंह, अशोक मेहता व जगदीश जयंत सहित अनेक किसान सलाहकार मौजूद थे। अंत में कृषि समन्वयक सुभाष मारीक द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के बाद बैठक संपन्न हुई।

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