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कैंसर की जल्दी पहचान बचा सकती है कैंसर पीड़ित बच्चों की जिंदगी- डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा

  • आईजीआईएमएस स्थित राज्य कैंसर संस्थान से निकली गयी कैंसर जागरूकता रैली 
  • कैनकिड्स किडस्कैन संस्था के तत्वावधान में निकली गयी रैली    
  • इस वर्ष राज्य में 14000 कैंसर के मरीज चिन्हित एवं इलाजरत, 3400 बच्चे किये गए चिन्हित   

पटना। बचपन इच्छाओं और अनंत संभावनाओं के सपने के समय है. लेकिन कैंसर से पीड़ित बच्चों के लिए यह जीवन की लड़ाई है. चिकित्सा एक आम प्रक्रिया होती है लेकिन कैंसर पीड़ित बच्चों के उपचार में संवेदना उन्हें संबल देने का काम करती है। कैंसर के बारे में जागरूकता बहुत जरुरी है और अभी भी गाँव में लोग यह समझते हैं कि बच्चों को कैंसर नहीं होता है इसलिए कैनकिड्स संस्था द्वारा किया जा रहा कार्य प्रशंसनीय है। उक्त बातें इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा ने कैंसर जागरूकता रैली को रवाना करते हुए कही।

कैनकिड्स किडस्कैन संस्था के तत्वावधान में निकली गयी रैली

समुदाय में बच्चों के कैंसर के बारे में जनमानस में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग एवं कैनकिड्स किडस्कैन संस्था के तत्वावधान में दो दिवसीय रैली को आज मंगलवार को आईजीआईएमएस स्थित राज्य कैंसर संस्थान से रवाना किया गया।  रैली राज्य के फतुआ, बिहारशरीफ, सिलाव, पावापुरी, गया, बोधगया, एवं जहानाबाद में समुदाय को कैंसर और बच्चों पर इसका असर के बारे में जागरूक करेगी. उक्त जगहों पर कैनकिड्स संस्था द्वारा आशा कार्यकर्ताओं का बच्चों के कैंसर को लेकर उन्मुखीकरण भी किया जायेगा।

राज्य में औसतन 3400 बच्चे हर वर्ष होते हैं कैंसर से ग्रसित

राज्य कैंसर संस्थान से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में हर वर्ष औसतन 3000 से 3500 बच्चे कैंसर से ग्रसित पाए जाते हैं। वहीँ राज्य में अभी इस वर्ष 14000 कैंसर के मरीज उपचाराधीन हैं। राज्य कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि कैंसर की लड़ाई के खिलाफ जागरूकता सबसे बड़ा हथियार है क्यूंकि लक्षणों को जल्दी पहचान कर उसका उपचार शुरू करने से उत्साहवर्धक परिणाम प्राप्त होते हैं।

इस अवसर पर अपने संबोधन में कैनकिड्स किडस्कैन संस्था की बिहार, झारखंड एवं उत्तर प्रदेश की राज्य कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. योगिता भाटिया ने बताया कि संस्था देश के 22 राज्यों एवं 53 शहरों में कैंसर से पीड़ित बच्चों के लिए सर्वोत्तम उपचार एवं सहायता को सुनिश्चित करने का काम करती है. संस्था हर साल 15000 से अधिक कैंसर पीड़ित बच्चों के परिवार को वित्तीय, चिकित्सा, शैक्षिक, पोषण, स्वच्छता, रक्त और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करती है।

कैंसर को मात दे चुके बच्चों ने साझा किये अपने अनुभव

इस अवसर पर कैंसर को मात दे चुके 3 बच्चों ने भी कैंसर से लड़ाई और उसपर जीत के अनुभव को साझा किया. इन बच्चों में पटना की तान्या कुमारी, मुजफ्फरपुर के सनी कुमार गुप्ता एवं नवादा के कौशल कुमार निराला शामिल थे।

इस अवसर पर इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा, एनेस्थीसिया विभाग के अध्यक्ष डॉ. ए.के.दुबे, राज्य कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद, संस्थान के डॉ. राहुल रंजन, डॉ. दिनेश, डॉ. ऋचा, डॉ. कुनाल, कैनकिड्स किडस्कैन संस्था की राज्य कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. योगिता भाटिया, कैनकिड्स किडस्कैन संस्था की जनरल मेनेजर शोभा सिंह सहित कई चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।


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