जिले के भीमनगर ओपी क्षेत्र का मामला, सोमवार की दोपहर मवेशी चराने टीले पर गई थी बालिका
सुपौल। जिले के भीमनगर ओपी क्षेत्र में एक नाबालिग दिव्यांग के साथ तीन किशोरवय लड़कों ने दरिंदगी की घटना को अंजाम दिया है। घटना सोमवार दोपहर की बताई जा रही है। हालांकि घटना को अंजाम देने वाले तीनों लड़के की पहचान हो चुकी है जिनमें से एक लड़के को कब्जे में लेकर पुलिस पूछताछ में जुटी है। घटना का मार्मिक पहलू यह है कि हैवानियत की शिकार बच्ची महज 12 साल की बताई जा रही है जो बोल सुन नहीं सकती है। मिल रही जानकारी अनुसार लड़की के घर से एक किमी की दूरी पर तीन नाबालिग लड़कों ने घटना को तब अंजाम दिया जब वह टीले पर मवेशी चरा रही थी। तीनों लड़कों ने बच्ची को अकेली पाकर उसके साथ सामूहिक रुप से दरिंदगी की। आसपास के लोगों की जब तक नजर पड़ी और वे शोर मचाते पहुंचे तब तक तीनों मौके से फरार हो गए। हालांकि तीनों की पहचान कर ली गई है। बताया जा रहा है कि आरोपी दो लड़के एक ही वार्ड के तथा तीसरा दूसरे वार्ड का निवासी है। पीड़िता की मां ने भीमनगर ओपी में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। दिए आवेदन में आवेदिका ने कहा है कि पीड़िता मवेशी चराने बालू के टीले पर गई थी। जहां तीनों लड़के पहले से मौजूद थे। लड़कों ने अकेलेपन का फायदा उठाया और जब तक आसपास के लोग मौके पर पहुंचे सभी भाग खड़े हुए। इसके बाद बदहवास हालत में पीड़िता को इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। न्याय की मांग करते हुए पीड़िता की बड़ी बहन ने कहा कि उसकी बहन दिव्यांग है जो बोल सुन नहीं सकती है, उसके साथ अन्याय हुआ है। कहा कि उसकी बहन मवेशी चराने के लिए कैनाल पर गई थी जहां तीनों लड़कों ने उसके साथ दरिंदगी की है। सोमवार को इलाज के बाद पीड़िता को घर भेज दिया गया जिसे मंगलवार को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया। पीड़िता तीन बहन एक भाई है और भाई बाहरी प्रदेश में रोजगार करता है। जुड़वां बहनों में एक पीड़िता के पिता की मौत हो चुकी है जो मां बहनों के साथ रहती है। मामले में इंस्पेक्टर वासुदेव राय ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है, प्राथमिकी दर्ज कर एक आरोपी को कब्जे में लिया गया है, अग्रेत्तर कार्रवाई की जा रही है।


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