सुपौल। व्यापार संघ सुपौल के तत्वावधान में सभी गैर राजनीतिक संगठनों की एक बैठक व्यापार संघ सभा भवन में हुई। जिसके अंतर्गत 26 अक्टूबर को आयोजित रेल आंदोलन संघर्ष के मद्देनजर विचार विमर्श किया गया। आंदोलन को सफल बनाने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार की रूपरेखा बनाई गई। जिसके अंतर्गत सुपौल के सभी प्रमुख चौक चौराहों पर बड़े-बड़े बैनर होर्डिंग लगवाने की तथा माईकिंग कर लोगों को जागरूक करने की जरूरत बताई गई। 26 अक्टूबर को सुबह 10:00 बजे स्थानीय गांधी मैदान में सभी संगठनों के पदाधिकारी अपने तमाम सदस्यों के साथ-साथ शहर के गांधी मैदान में बड़ी संख्या में रेल की कठिनाइयों से जूझ रहे जनसमुदाय भी इसमें भाग लेंगे। जो सुबह 11:00 बजे रैली की शक्ल में निकाल कर महावीर चौक होते हुए रेलवे स्टेशन परिसर में पहुंचेगी। जहां एक महाधरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस हेतु अध्यक्ष अमर कुमार चौधरी ने बताया कि यदि रेलवे विभाग की कुंभकर्णी नींद नहीं टूटी तो आगे भी चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा। जब तक सुपौल से लंबी दूरी की ट्रेन नहीं चलेगी। सहरसा से चलने वाली जनहित एक्सप्रेस व राजरानी सुपरफास्ट ट्रेन का परिचालन सुपौल से नहीं किया जाएगा, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। इसके समर्थन मे सुपौल की 24 गैर राजनीतिक संगठन साथ है। 26 अक्टूबर को 5000 से अधिक जन समुदाय इस आंदोलन में शामिल होने की संभावना है। इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए हर और व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
24 गैर राजनीतिक संगठन साथ 26 अक्टूबर को होगा जोरदार आंदोलन
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