सुपौल। विभिन्न मांगों को लेकर डीआरसीसी सुपौल में कार्यरत सिंगल विंडो ऑपरेटर और मल्टी प्रपस असिस्टेंट एक बार फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए।
मंगलवार को डीआसीसी परिसर में सभी सिंगल विंडो ऑपरेटर और मल्टी परपस असिस्टेंट सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिलाध्यक्ष कुणाल किशोर ने बताया कि हम सभी कर्मी मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने में लगे हैं। लेकिन यहां हमारा भविष्य ही अंधकार में है। कहा कि सरकार द्वारा लगातार डीआरसीसी में कार्यरत्त सिंगल विंडो ऑपरेटर( एसडब्ल्यूओ) और मल्टी प्रपस असिस्टेंट ( एमपीए) का शोषण ही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी संविदाकर्मियों के लिए चौधरी कमेटी की उच्च स्तरीय अनुशंसा लागू हो गई है तो फिर डीआरसीसी के संविदाकर्मियों को भी इसका लाभ मिलना चाहिए। महंगाई के अनुसार वेतन में कम से कम दस हजार की वृद्धि होनी चाहिए। आकस्मिक अवकाश के प्रावधान में संशोधन करते हुए पूर्व में लागू सामान्य प्रशासन विभाग का पत्रांक 2401 को लागू किया जाना चाहिए। सभी सिंगल विंडो ऑपरेटर और मल्टी परपस असिस्टेंट को गृह जिले के आसपास स्थानांतरण किया जाए। प्रत्येक वर्ष मानदेय में होने वाली 10 प्रतिशत वृद्धि को अवरुद्ध किया गया है, जो पूरी तरह गलत है, उसको दोबारा लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं की जाती है, तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा।
मौके पर सविता कुमारी, अमित कुमार, गुलाम साबिर अंसारी, राजा कुमार, कुणाल कुमार राय, रविरंजन कुमार, कुणाल किशोर,राजेश कुमार चौधरी, आनंद प्रकाश, धीरेन्द्र कुमार पासवान, अभिनंदन कुमार, विजय ठाकुर, त्रिलोक बिहारी आदि मौजूद थे. जानकारी अनुसार डीआरसीसी में कार्यरत सिंगल विंडो ऑपरेटर और मल्टीपरपस असिस्टेंट पूर्व में भी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर गये थे। इधर कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से कई कल्याणकारी कार्य ठप पड़ गए हैं। जिससे जरूरतमंद लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
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