सुपौल। सदर अस्पताल परिसर में 43 लाख की लागत से बन रहे दीदी की रसोई का शुक्रवार को जिलाधिकारी कौशल कुमार ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संवेदकों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। बताया कि 20 दिसंबर तक दीदी की रसोई बन कर तैयार हो जायेगा। जिसके बाद उद्घाटन पश्चात दीदी की रसोई जीविका दीदीयों को सौंप दिया जायेगा। डीएम श्री कुमार ने कहा कि वर्तमान में दीदी की रसोई का का संचालन सदर अस्पताल के चौथे फ्लोर पर एवं मुख्य द्वार पर टी स्टॉल चल रहा है। नवनिर्मित भवन बन जाने से अस्पताल परिसर के चौथे फ्लोर पर चल रहे रसोई घर को अस्पताल वार्ड में तब्दील कर दिया जायेगा। जिससे ना सिर्फ रोगी व उनके परिजनों बल्कि अस्पताल के कर्मी के अलावा बाहरी आगंतुकों को भी भोजन उपलब्ध कराया जायेगा। सदर अस्पताल परिसर में 43 लाख की लागत से 2500 वर्ग फीट में बन रहे दीदी की रसोई में 25 वर्ग फीट का एक हॉल, एक स्टॉफ चेंजिंग रूम, एक रसोई, एक टी स्टॉल, एक बरामदा एवं अलग से बर्तन धोने के लिये एक बड़ा स्पेस होगा।
अस्पताल परिसर में दीदी की रसोई का निर्माण हो जाने पर मरीज व उसके परिजनों को स्वच्छ एवं सुंदर भोजन व चाय-नास्ता समय पर उपलब्ध हो सकेगा। वहीं जीविका दीदी का व्यापार भी बढ़ेगा। मौके पर सीएस डॉ ललन कुमार ठाकुर, एसडीएम इंद्रवीर कुमार, डीपीएम मो मिन्नतुल्लाह, जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी शशि भूषण प्रसाद, जिला योजना समन्वयक बाल कृष्ण चौधरी, स्वास्थ्य प्रबंधक अभिनव आनंद आदि मौजूद थे।

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