सुपौल। प्रतापगंज प्रखंड के भवानीपुर दक्षिण पंचायत भवन परिसर में सोमवार को स्वच्छता पर्यवेक्षक की बहाली में उपस्थित अथ्यर्थियों ने जम कर हंगामा किया।हंगामा के कारण बहाली की प्रक्रिया को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया। जानकारी अनुसार भवानीपुर दक्षिण पंचायत में पदस्थापित स्वच्छता पर्यवेक्षक कुंदन कुमार को किसी कारण से विभाग के आदेशानुसार पद से हटा दिया गया था।कुछ दिनों से पद खाली रहने के कारण विभाग के आदेश पर 21 से 23 दिसंबर तक पंचायत भवन में आवेदन जमा करने तथा 25 दिसंबर को बहाली प्रक्रिया की जानी थी। जिसके लिए 21 अभ्यर्थियों ने बहाली के लिए आवेदन जमा किया गया। बहाली की निर्धारित तिथि के अनुसार 25 दिसंबर को पंचायत सचिव छेदी शर्मा के निगरानी में बहाली की प्रक्रिया प्रारंभ की गई। बहाली के प्रक्रिया नियम के आधार पर प्राप्त 21 आवेदन में से 04 लाभार्थियों का आवेदन में अनुभव प्रमाण पत्र संलग्न था, बांकी 17 लाभार्थियों के आवेदन में अनुभव प्रमाण पत्र नहीं होने के कारण उसे छांट दिया गया। जैसे ही लाभार्थियों को पता चला कि अनुभव प्रमाण पत्र नहीं होने के कारण आवेदन की छंटनी की गई, वैसे ही लाभार्थियों ने हंगामा शुरू कर दिया।
लाभार्थियों के द्वारा हंगामा होता देख पदाधिकारियों ने बहाली की प्रक्रिया को रोक दिया। काफी समझाने-बुझाने के बाद भी लाभार्थी सुनने को तैयार नही थे। उनलोगों का कहना था कि उनलोगों को ऐसी कोई जानकारी या सूचना नहीं थी। उनलोगों को जानकारी होती तो वे लोग भी अनुभव प्रमाण पत्र आवेदन में सलंग्न करते. जबकि पंचायत सचिव श्री शर्मा का कहना था कि अनुभव प्रमाण पत्र संलग्न करने की जानकारी विहित प्रपत्र में दे दी गई थी। लेकिन छंटनी ग्रस्त अभ्यर्थी इन बातों को मानने को तैयार नहीं हो रहे थे। स्थिति की गंभीरता को देख पुलिस को भी बुलाया गया. पुलिस के काफी समझने बुझाने के बाद बहाली की प्रक्रिया पुनः प्रारंभ की गई। लेकिन 04 अनुभव प्रमाण पत्र प्राप्त आवेदन भी नियुक्ति प्रक्रिया के मापदंड से बाहर थे। इसलिए उन्हें भी इस नियुक्ति प्रक्रिया से बाहर कर पंचायत सचिव शर्मा ने बहाली की प्रक्रिया को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया। मौके पर मुखिया फागुनी देवी, डीआरपी विकास कुमार, रोजगार सेवक प्रदीप कुमार, वार्ड सदस्य सादिक अंसारी, धीरेंद्र श्रीवास्तव, सकलदेव दास, सुरेश दास आदि उपस्थित थे।
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