सुपौल। विधानसभा चुनाव से पूर्व किए गए वादों को एक बार फिर दोहराते हुए सुपौल विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सह कांग्रेस नेता मिन्नत रहमानी ने कहा कि यदि उस समय महागठबंधन की सरकार बन जाती, तो अनुबंध पर कार्यरत सभी कर्मियों को स्थायी किया जाता। साथ ही डाटा ऑपरेटर, नर्सिंग स्टाफ, टोला सेवक, तालीमी मरकज, आशा दीदी, आंगनबाड़ी सेविका, ममता दीदी और रसोईया बहनों का मानदेय बढ़ाने का भी वादा किया गया था।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार नहीं बनी, लेकिन मौजूदा सरकार को इन सभी मांगों को पूरा करना ही पड़ेगा। जन आभार यात्रा के क्रम में कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए रहमानी ने त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों और ग्राम कचहरी के सदस्यों को पेंशन लाभ देने की मांग उठाई।
उन्होंने यह भी कहा कि कोसी प्राधिकार को पुनः चालू किया जाए ताकि सुपौल समेत पूरे कोसी क्षेत्र के पीड़ितों को राहत मिल सके।
रहमानी के इस बयान को स्थानीय राजनीतिक हलकों में विशेष महत्व दिया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने मौजूदा सरकार पर जन समस्याओं के समाधान की जिम्मेदारी निभाने का दबाव बनाया है।

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