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स्वच्छता शुल्क संग्रहण मामले में राज्य में प्रथम स्थान पर है सुपौल जिला, वर्ष 2023 में 59 लाख 18 हजार 90 रूपये का राजस्व हुआ प्राप्त

सुपौल। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण/लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान द्वितीय चरण अंतर्गत ओडीएफ के स्थायित्व के साथ-साथ ठोस एव तरल अपशिष्ट प्रबंधन का क्रियान्वयन करते हुए ओडीएफ प्लस मॉडल गांव का निर्माण भी किया जा रहा है। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत निर्माण किये गये परिसंपत्तियों का रख-रखाव व स्वच्छता कर्मी का पारिश्रमिक भुगतान ग्राम पंचायतायों को सेल्फ सस्टेनेबल मोड में सामुदाय एवं संस्थाओं से उपयोगिता शुल्क प्राप्त कर तथा सूखे व गीले कचरे से प्राप्त होने वाले राजस्व से किया जाना है। सुपौल जिला अंतर्गत जिले के सभी ग्राम पंचायतों में ठोस अपरिष्ट प्रबर्धन के तहत घर-घर कचरा का उठाव किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत राघोपुर प्रखंड में अब तक कुल 47519 घरों से, बसंतपुर में 29045, सुपौल में 58054, सरायगढ़ में 2497, त्रिवेणीगंज में 47399, छातापुर में 59042, निर्मली में 20546, मरौना में 34595, किशनपुर में 47264, प्रतापगंज में 26484 तथा पिपरा प्रखंड में अब तक कुल 46049 घरों से कचरा उठाया गया। 

शुल्क संग्रहण में राज्य में प्रथम स्थान पर है सुपौल जिला
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु सूखे व गीले कचरे का पृथ्यीकरण हेतु विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सामुदाय, संस्था संचालकों को जागरूक किया गया है। सामुदाय के द्वारा न सिर्फ सूखे व गीले कचरे का पृथ्चीकरण किया जा रहा है। बल्कि इसके स्थायित्व हेतु उपयोगिता शुल्क संग्रहण में बढ़ चढ़कर सहभागिता प्रदान किया जा रहा है। सुपौल जिला द्वारा पूरे राज्य में उपयोगिता शुल्क संग्रहण में प्रारंभ से ही प्रथम स्थान पर है। जिसके लिए विभाग से प्रोत्साहन भी किया गया है। उपयोगिता शुल्क व्यक्तिगत परिवारों द्वारा 01 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से महीने का 30 रुपया ग्राम पंचायत को दिया जाना है। साथ ही संस्थाओं के द्वारा उत्पन्न किए जाने वाले कचरे के हिसाब से एवं सार्वजनिक समारोह यथा शादी विवाह श्राद्ध आदि कार्यक्रमों में उत्पन्न होने वाले कचरे के हिसाब से ग्राम पंचायत द्वारा निर्धारित उपयोगिता शुल्क के हिसाब से उपयोगिता शुल्क प्रदान किया जाना है।


59 लाख 18 हजार 90 रूपये का राजस्व हुआ प्राप्त
वर्तमान में कुल 149 ग्राम पंचायत से उपयोगिता शुल्क प्राप्त किया जा रहा है। जिसके तहत कुल 59 लाख 18 हजार 90 रुपये का राजस्व प्राप्त किया गया। जिसके अंतर्गत राघोपुर में 27021 परिवारों द्वारा 08 लाख 10 हजार 630 रूपये का शुल्क प्राप्त हुआ। बसंतपुर में 15030 परिवारों द्वारा 450840 रूपये, सुपौल में अब तक 29668 परिवारों द्वारा 890040 रूपये, सरायगढ़ में 12257 परिवारों द्वारा 354210 रूपये, त्रिवेणीगंज में 22812 परिवारों द्वारा 684470 रूपये, छातापुर में 27554 परिवारों द्वारा 829090 रूपये, निर्मली में 9507 परिवारों द्वारा 285210 रूपये, मरौना में 14468 परिवारों द्वारा 434320 रूपये, किशनपुर में 16229 परिवारों द्वारा 486870 रुपये, प्रतापगंज में 8978 परिवारों द्वारा 269010 रूपये तथा पिपरा में अब तक कुल 14229 परिवारों द्वारा 423400 रूपये का शुल्क प्राप्त हुआ।
 
उत्कृष्ट कार्य के लिये स्वच्छता पर्यवेक्षकों को किया जा चुका है सम्मानित
मालूम हो कि 15 अगस्त 2023 को स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा सदर प्रखंड अंतर्गत सुखपुर सोल्हनी पंचायत से स्वच्छता पर्यवेक्षक, सोनी झा, प्रखंड राघोपुर अंर्तगत परमानंदपुर पंचायत से स्वच्छता पर्यवेक्षक, शमशाद आलम एवं प्रखंड त्रिवेणीगंज अंर्तगत नंदना पंचायत से दीपक कुमार को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। 


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