- छातापुर बस पड़ाव के समीप संचालित मां पार्वती हेल्थ केयर में कार्यरत थी महिला कर्मी
सुपौल। छातापुर बस पड़ाव के समीप अवैध रूप से संचालित गैर पंजीकृत मां पार्वती हेल्थ केयर नामक नर्सिंग होम के संचालक की दबंगई सिर चढ़कर बोल रही है। तीन माह पूर्व तक उक्त निजी अस्पताल में कार्यरत रही एक महिला कर्मी को बकाया मेहनताना मांगना इतना महंगा पड़ा कि उसके वर्तमान ठिकाने पर आधी रात को गुर्गे के साथ पहुंच गाली गलौज की गई और धमकी देकर डराया गया। मोहनपुर कटहरा की रहनेवाली उक्त महिला कर्मी ने सुबह स्थानीय थाने पहुंच मां पार्वती हेल्थकेयर के संचालक सोनू कुमार मंडल, संतोष कुमार सहित दो अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध आवेदन भी दिया, लेकिन अकेली महिला के साथ हुई दबंगई पर कार्रवाई नदारद है। घटना 13 जनवरी के आधी रात की बताई जा रही है। दिए आवेदन में महिला कर्मी ने बताया है कि मां पार्वती हेल्थ केयर के संचालक पर उसका आठ हजार रुपए मेहनताना बकाया था जिसे चुकाने के लिए 15 अगस्त 23 तक का समय लिया गया था। समय बीतने के बाद जब बकाया रुपए मांगे तो सोनू कुमार मंडल टालमटोल का रवैया अपनाने लगा। कहा है कि 13 जनवरी 24 को 12 बजे रात में जब महिला कर्मी सीमांचल हास्पिटल में काम कर रही थी तो चार पहिया वाहन से सोनू कुमार मंडल, संतोष कुमार दो अन्य व्यक्तियों के साथ पहुंचा और गाली गलौज करते हुए धमकी दी कि आज तुम हमलोगों से बच गई, जिस रोज अकेले पकड़ा जाएगी उस रोज जान से मार देंगे। दिए आवेदन में महिला कर्मी ने बताया है कि वह अकेले रहती है और आशंका है कि कभी भी उक्त लोगों द्वारा अप्रिय घटना को अंजाम दिया जा सकता है। आवेदन में संतोष कुमार नामक व्यक्ति का मोबाइल नंबर भी दिया गया है जिसके द्वारा उसे धमकी दिए जाने की बातों का उल्लेख किया गया है। सूत्र बताते हैं कि थाने में आवेदन दिए जाने के बाद भ्रमणशील हाथ की सफाई में माहिर शल्यक्रिया करने वाले तथाकथित एक डॉक्टर की मामले में एंट्री हुई है जो महिला कर्मी को आपसी सामंजस्य के लिए राजी करने में लगे हैं।
संदर्भ में पूछने पर थानाध्यक्ष राम इकबाल पासवान ने बताया कि महिला कर्मी द्वारा आवेदन दिया गया था। लेकिन सही तरीके से नहीं लिखा हुआ था। सही करके फिर से आवेदन देने के लिए कहा गया था, जो अभी तक अप्राप्त है।
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