सुपौल। पिपरा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत तुलापट्टी पंचायत स्थित कबीर आश्रम लालपट्टी हनुमान मंदिर परिसर में सतगुरु कबीर विचार प्रचार मंच के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय कबीर विचार सत्संग के अंतिम दिन कबीर आश्रम अररिया से आए रामस्वरूप बाबा ने अपने प्रवचन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। रामस्वरूप साहब ने अपने प्रवचन में कहा कि मनुष्य को अपने मन को बांध कर भगवान का ध्यान करना चाहिए। अध्यात्म को जानने से पहले ध्यान करना अति आवश्यक है। मनुष्य को ध्यान से ही व्यवहार का ज्ञान होता है। मनुष्य को अपने आप का निर्माण स्वयं करना चाहिए। जैसी करनी वैसी भरनी। जैसा कर्म करोगे वैसा फल मिलेगा। उन्होंने कहा कि हर इंसान को गुरु के शरण में जाना चाहिए। क्योंकि गुरु के पास ही ज्ञान की प्राप्ति होती है। संत कबीर की मार्ग प्रेम का रास्ता है, जो हर मानव ही नहीं समस्त प्राणी को प्रेम मार्ग पसंद है। कहा कि किसी भी प्राणी को किसी के ऊपर जलना नहीं चाहिए। अगर जलना ही है तो दीपक की तरह जलों। ताकि दूसरों को उससे प्रकाश मिले। नेपाल से आये संत देवी साहब ने कहा कि जीवन में सत ज्ञान निष्पक्ष विचार कि सुगंध महापुरुषों से लिजिए। जीवन में अधिक आशीर्वाद लेने का कामना कीजिये। विद्वान एवं दिव्य संन्यासी रूप में प्रख्यात होईए। सत्संग समापन के बाद पूर्व मुखिया लक्ष्मी कांत भारती के द्वारा सभी महात्माओं के साथ आईं हुईं साध्वी को अंग वस्त्र दिया गया। इस सत्संग का आयोजन सम्पूर्ण ग्रामवासियों के सहयोग से किया गया। जो शांतिपूर्ण तरीके से संपन्नन हो गया। मौके पर महंथ रोघनी साहब निर्मली, महंथ गरीब साहब जोल्हनियां, बद्री दास, राजेन्द्र दास कैशवनगर (अगवा), हीरा दास, योगेन्द्र दास लालपट्टी, काली चरण दास मौजूद थे।
पिपरा : हर इंसान को गुरु के शरण में जाना चाहिए, क्योंकि गुरु के पास ही ज्ञान की होती है प्राप्ति
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