सुपौल। छातापुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत छोटी नरहैया वार्ड नंबर 01 स्थित मदरसा जमीअतुल कासिम जमालुल कुरआन परिसर में आयोजित दो दिवसीय जलसा का समापन रविवार को दुआ के साथ किया गया। इसलाहे मुआसरा सह तालिमी बेदारी इजलास ए आम में मुख्य अतिथि हज कमेटी पटना के प्रशिक्षक सह मौलाना कारी उस्मान कासमी के साथ सैकड़ों अकीदतमंद दुआ में शामिल हुए। जहां समाज व देश में आपसी भाईचारा, अमन चैन व शांति के लिए दुआ की गई। मौलाना कारी उस्मान कासमी कार्यक्रम की अध्यक्षता तथा संचालन मौलाना नूर आलम कासमी कर रहे थे। इस मौके पर मौजूद मुख्यालय पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मकसूद मसन ने कहा कि बेटा या बेटी दोनों के अंदर कुरआन की रौशनी जरूर होनी चाहिए। इस मदरसे से दो छात्र और दो छात्रा ने हाफिज ए कुरआन का शिक्षा ग्रहण किया है जो बडे़ ही फक्र की बात है। इसके लिए मदरसा कमेटी को मुबारक है। कहा कि हाफिज ए कुरआन की शिक्षा पाकर जो भी बेटी जिस घर में जाएगी वहां इंसानियत की रौशनी से घर को जगमग कर देगी। वहीं बेटा समाज व देश को रौशन करेगा। इसलिए बेटा हो या बेटी दोनों को बिना भेदभाव किए दीनी व दुनियाबी तालिम दिलाना माता पिता का फर्ज है। दुआ से पूर्व मुख्य मुख्य वक्ता मौलाना कारी उस्मान कासमी ने कहा कि उपर वाले के मर्जी के बगैर एक पत्ता भी नहीं हिल सकता है। संसार में कण कण में बसने वाले रचनाकार ईश्वर महान हैं। कहा कि सात सौ पेज का कुरआन पूरे संसार के लिए कानून की तरह है जिसे लिखने में 23 वर्ष लगा था। जिसमें लिखा है की पालनहार की इबादत करो, यह कुरआन समाज सुधारक व इंसानियत की पैगाम देता है।
छातापुर : दो दिवसीय जलसा में समाज व देश में आपसी भाईचारा, अमन चैन व शांति के लिए मांगी दुआ
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