सुपौल। पिपरा प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत तुलापट्टी पंचायत स्थित कबीर आश्रम लालपट्टी हनुमान मंदिर परिसर में सतगुरु कबीर विचार प्रचार मंच के तत्वावधान में तीन दिवसीय सुखद सत्संग का आयोजन किया गया। जहां अररिया से आए रामस्वरूप बाबा, पूर्व मुखिया लक्ष्मी कांत भारती ने फीता काटकर सत्संग का शुभारंभ किया।
साथ ही अररिया से आईं साध्वी सविता दीदी के द्वारा स्वागत गीत की प्रस्तुति से सत्संग का शुरूआत किया गया। सत्संग के दौरान कबीर आश्रम अररिया से आए रामस्वरूप बाबा ने अपने प्रवचन में कहा कि संत कबीर की मार्ग प्रेम का रास्ता है, जो हर मानव ही नहीं समस्त प्राणी को प्रेम मार्ग पसंद है, हर प्राणी शान्ति और सुख चाहता है। परन्तु दुःखी और अशान्ति रहता है। अशान्ति का कारण है अपने को असंयम से जीना, संयम से जीने में सुख और शांति प्राप्त होता है संयम ध्यान नियम सत्संग से सुख शांति होता है। सत्संग से सुख उपजे, कुसंग से दुःख हो कहें कबीर तहां जाइए जहां अपनी संगति हो। मन वाणी में मिठास तथा वरताव में कोमलता यह व्यवहार की शुद्धि के लिए अत्यंत आवश्यक है। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी प्राणी को किसी के ऊपर जलना नहीं चाहिए अगर जलना ही है तो दीपक की तरह जलों ताकि दुसरो को उससे प्रकाश मिले। कभी भी इन्सान से कोई ऐसा कार्य नहीं हो जिससे दुसरो के मन को ठेस पहुंचे। ऐसी वाणी बोलिए मन का आप खोए, औरन को शीतल करे, आपहुं शीतल होए। इसका यह भावार्थ है कि कबीर दास जी हमें यह समझाते हैं कि हमेशा ऐसी भाषा बोलने चाहिए जो सामने वाले को सुनने से अच्छा लगे और उन्हें सुख की अनुभूति हो और खुद को भी आनंद का अनुभव हो। वहीं नेपाल से आए हुए संत देवी साहब ने कहा कि जीवन में सत ज्ञान निष्पक्ष विचार कि सुगंध महापुरुषो से लिजिए। पवित्र रहनीं सर्व भौतिक चेतना को अधिक से अधिक बढ़ाइए। जीवन में वैष्णव भगति का गंगा बहाईए। सत काम का ज्वाला अपने संस्कार से निकालिए पवित्र ज्योति को प्रसिद्ध करते रहिए मुस्कुराते हुए भी मार्मिक बातें कहते जाईए। जीवन में अधिक आशिर्वाद लेने का कामना किजिए। विद्वान एवं दिव्य संन्यासी रूप में प्रख्यात होईए। मिथिया अहंकार हीन भावना से दुर बैठिए। प्रमाणिक सामग्री महापुरुषों से लिजिए। विवेक मंथन से सत्य का सोधन किजिए। कहें संत देवी साफ-साफ निर्देशन पाईए। सत्संग के दौरान मौके पर महंथ रोघनी साहब निर्मली, महंथ गरीब साहब जोल्हनियां, बद्री दास, राजेन्द्र दास कैशवनगर (अगवा), हीरा दास, मंच संचालन योगेन्द्र दास लालपट्टी, काली चरण दास सहित सैकड़ों श्रद्धालु सत्संग प्रवचन को सनने के लिए मौजूद हुए। इस सत्संग का आयोजन सम्पूर्ण ग्रामवासियों के सहयोग से किया जा रहा है।


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