सुपौल। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कोसी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड परिसर में बिहार कोसी बेसिन विकास परियोजना द्वारा महिला जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रमंडलीय आयुक्त नीलम चौधरी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी कौशल कुमार, पुलिस अधीक्षक शैशव यादव, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ पंकज कुमार, पूर्व प्रबंध निदेशक सह सहकारिता विशेषज्ञ आरके सिंह, देवनारायण यादव, प्रबंध निदेशक मो हमीद उद्दीन, एसडीएम इन्द्रवीर कुमार सहित संघ के निदेशक मंडल सदस्य सहित महिला पशुपालक मौजूद थी। मुख्य अतिथि प्रमंडलीय आयुक्त श्रीमति चौधरी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि आर्थिक सफलता व समृद्धि के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही पशुपालन योजना महिलाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा। अंतराष्ट्र्रीय महिला दिवस पर महिलाओं को संबोधित करते कहा कि महिलाओं का एक नहीं हर दिन होता है। महिलाएं अन्नपूर्णा है। यही कारण है कि महिलाएं घर की हर एक जिम्मेदारी का निर्वाहन करती है।
कहा कि आप सशक्त होगी तो समाज व देश सशक्त होगा। डीएम श्री कुमार ने कहा कि पशुपालकों के आर्थिक एवं सामाजिक हित को ध्यान में रखते हुए समिति के माध्यम से अधिक से अधिक जुड़कर संघ को दूध आपूर्ति करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय, पटना के पशु प्रसार शिक्षा के विषय विशेषज्ञ द्वारा पशुओं की देखभाल एवं खान-पान विषय पर पशुपालकों के बीच परिचर्चा प्रस्तुत की गई। साथ ही जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा पशु चिकित्सा विषय से संबंधित पशुओं को रोग से बचाव एवं समय-समय पर टीकाकरण करने की सलाह दी गई। श्री रामकृष्ण सिंह द्वारा सहकारिता विषय पर विस्तृत परिचर्चा प्रस्तुत की गई। जिसमें सहकारिता से होनेवाले लाभ के बारे में पशुपालकों को दुग्ध समिति के माध्यम से जुड़कर लाभ लेने की बात कही गई। संघ के प्रबंध निदेशक द्वारा बताया गया कि पशुपालकों के हित को ध्यान में रखते हुए कोसी क्षेत्र के स्थानीय प्रशासन के सहयोग से विभिन्न स्थलों पर बीएमसी की स्थापना की गई है। साथ ही कहा गया कि इस क्षेत्र के अधिक से अधिक पशुपालक समिति के माध्यम से संघ में जुड़ें ताकि कॉम्फेड एवं राज्य सरकार संघ द्वारा देय लाभ को पशुपालकों तक पहुंचाया जा सके। साथ ही इस क्षेत्र के पशुपालकों द्वारा समिति के माध्यम से संघ द्वारा दूध संग्रहित किया जाएगा। संघ अधीनस्थ समितियों के पशुपालकों को तकनीकी आदान यथा सुधादाना, हरा चारा बीज एवं सरकार द्वारा अनुदानित सेवाओं का ससमय लाभ मिल रहा है। साथ ही नजदीकी पशुपालकों के आर्थिक उन्नति में मील का पत्थर साबित हो रहा है।
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